द्वाराहाट के विधायक महेश नेगी से जुड़े केस की जांच अब सीओ सदर अनुज कुमार करेंगे। भाजपा विधायक की पत्नी की तरफ से ब्लैकमेलिंग व दूसरे पक्ष की महिला की ओर से विधायक पर दुष्कर्म के आरोपों की जांच डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने बुधवार को वरिष्ठ अफसर को सौंप दी।
इससे पहले मामले की जांच चौकी प्रभारी कर रहे थे। डीआईजी जोशी ने कहा कि कानून की नजर में साधारण व्यक्ति और विधायक दोनों बराबर हैं। अगर दुष्कर्म के आरोपों की पुष्टि हुई तो विधायक को जेल जाना होगा। जोशी ने कहा, पुलिस किसी दबाव में नहीं आएगी। ब्लैकमेलिंग के मुकदमे और महिला की ओर से आई दुष्कर्म की तहरीर पर सभी पहलुओं पर जांच कर रही है। मुकदमा चूंकि दर्ज हो चुका है, लिहाजा सारी जांच और कार्रवाई इसी के तहत होगी। महिला की तहरीर को मुकदमे की जांच में शामिल कर दिया है। पारदर्शिता के साथ निष्पक्ष जांच हो रही है। विवेचना में रेप की पुष्टि हुई तो विधायक के खिलाफ दुष्कर्म की धाराएं जोड़ी जाएंगी व उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस को सहयोग नहीं करने वालों पर भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।