हरिद्वार अस्थाई जेल से बदमाश कलीम और नरेंद्र वाल्मीकि गैंग के पांच गुर्गे समेत आठ विचाराधीन कैदी बैरिक का ताला तोड़कर फरार हो गए। पुलिस ने फरार कैदियों की तलाश में जंगलों में कॉबिंग शुरू कर दी है। उधर एसएसपी के आदेश पर सीमाओं पर सख्ती बढ़ा दी गई है। पांच आरोपियों को ज्वालापुर पुलिस ने हाल ही में आरएसएस से जुड़े प्रॉपर्टी डीलर से एक करोड़ की रंगदारी मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया था। पुलिस के मुताबिक घटना मंगलवार की सुबह की है, जब रोशनाबाद स्थित भिक्षुक गृह में बनी अस्थाई जेल से आठ कैदी फरार हो गए। कैदियों ने सुबह बैरिक में लगा ताला तोड़ा और दो मंजिला छत से कूदकर अस्थाई जेल से फरार हो गए। इसका पता तब चला जब सुरक्षाकर्मी बैरिक पर पहुंचा। देखा की दो बैरिक खाली है। सूचना मिलते ही जेल से लेकर पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। फरार कैदियों की तलाश में सिडकुल पुलिस ने आसपास के जंगल में कॉम्बिंग अभियान चलाया। शाम तक आरोपियों का कुछ पता नहीं चल सका है। फरार कैदियों में नरेंद्र वाल्मीकि गैंग के शूटर सागर चौहान पुत्र अमर राज चौहान निवासी सैनिक कॉलोनी चाऊ मंउी रुड़की, निशांत वर्मा पुत्र धीरज वर्मा निवासी सैनिक कॉलोनी चाऊ मंडी रुड़की के साथ ही कलीम गैंग के गुर्गे रजत सती पुत्र राजेंद्र सती निवासी खड़खड़ी हरिद्वार, नीशु शर्मा उर्फ बिजली पुत्र देवेंद्र शर्मा निवासी मोहल्ला रामगढ़ खड़खड़ी हरिद्वर। शुभम पंवार पुत्र विक्रम पंवार निवासी सेलाकुंई देहरादून के अलावा अन्य तीन कैदी विपुल उर्फ छोटा पुत्र मांगेराम निवासी ब्रह्मपुर मंगलौर, बिट्टू पुत्र मोहर सिंह उर्फ कल्लू निवासी देवबंद सहारनपुर, वाजिद पुत्र नाजिर निवासी गढ़मीरपुर रानीपुर फरार है।