कोरोना संकट के दौरान जब सड़कों पर सन्नाटा पसरा था तो बालीवुड का एक अभिनेता प्रवासी मजदूरों का रहनुमा बना हुआ था. ये अभिनेता कोई और नहीं सोनू सूद हैं. दरअसल कोविड-19 महामारी के दौरान सोनू सूद ने साबित कर दिया कि वे एक नेक और दरियादिल इंसान हैं. संकट की घड़ी में सोनू सूद ने जरूरतमंदों और दलितों के प्रति अपने निस्वार्थ भाव की ऐसी मिसाल पेश की है कि वो पूरे देख के रियल हीर बन गए. गरीबों के ‘मसीहा’ बने सोनू सूद ने की ये सेवा अभी भी जारी है. फिलहाल उन्होंने जरूरतमंदों के लिए एक और नई पहल की है.
गरीब लोगों को भेंट करेंगे ई-रिक्शा अपनी नई पहल, ‘ खुद कमाओ घर चलाओ’ के तहत सोनू सूद उन गरीब लोगों को ई-रिक्शा भेंट करेंगे जो महामारी की वजह से बेरोजगार हो गए हैं. सोनू सूद का यह प्रोजेक्ट एक ऐसे समय में रोजगार के अवसर पैदा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा जब अर्थव्यवस्था को हुए नुकसान की भरपाई हो रही है.
लोगों के प्यार ने किया प्रेरित इसके बारे में सोनू कहते हैं, “मुझे पिछले कुछ महीनों में लोगों से बहुत प्यार मिला है. और इसने मुझे उनके लिए कुछ करते रहने के लिए प्रेरित किया है. इसलिए, मैंने ‘खुद कमाओ घर चलाओ’ पहल शुरू की है. मेरा मानना है कि आपूर्ति प्रदान करने की बजाय नौकरी के अवसर मुहैया कराना ज्यादा महत्वपूर्ण है. मुझे यकीन है कि यह पहल उन्हें दोबारा आत्मनिर्भर बनाकर अपने पैरों पर खड़े होने में मदद करेगी. ”
प्रवासी एप भी किया था लॉन्च इससे पहले, सोनू ने प्रवासी रोज़गार एप लॉन्च किया था. इस एप के जरिए विभिन्न क्षेत्रों में 50,000 से अधिक नौकरी के अवसर प्रदान किए गए है. इस ऐप से 500 से ज्यादा कंपनियां जुड़ी हुई हैं. जो कि कंस्ट्रक्शन, इंजीनियरिंग, कपड़े पोषाक, हेल्थ केयर, ऑटोमोबाइल, ई-कॉमर्स, बीपीओ और लॉजिस्टिक सेक्टर से हैं. 24 घंटे की हेल्पलाइन के साथ इस एप को दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोयम्बटूर, अहमदाबाद और तिरुवंतपुरम सहित सात शहरों के लिए शुरू किया गया है. यकीनन सोनू सूद अपने नेक कामों से देश भर के कई लोगों की प्रेरणा बन गए हैं. यही वजह है कि गरीब और जरूरतमंद उन्हें अपना मसीहा मानते हैं.