मौसम की मुश्किलों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट केदारनाथ पुनर्निर्माण में खलल डाल दिया। शंकराचार्य की समाधि जैसे कुछ कार्यों के पूरे होने की डेडलाइन 31 दिसंबर रखी गई थी। लेकिन पिछले एक महीने से धाम में काम बंद है।
पुनर्निर्माण का कार्य कर रही कंपनी वुडस्टोन के प्रभारी मनोज सेमवाल का कहना है कि भारी बर्फबारी के चलते अब अगले साल 10 मार्च से ही धाम में दोबारा काम शुरू होगा। बीते 16 नवम्बर को केदारनाथ धाम के कपाट बंद होते ही यहां पुनर्निर्माण कार्य भी थमने लगा। कपाट बंद होने के बाद हुई भारी बर्फबारी के चलते तैनात पुलिस, कर्मचारी और मजदूर वापस लौट गए। पिछले वर्षों में दिसंबर के महीने में भी धाम में कम बर्फबारी के कारण पुनर्निर्माण के काम होते रहे थे। 31 तक बननी थी शंकराचार्च की समाधि: धाम में 20 करोड़ की लागत से बन रही शंकराचार्य की समाधि का काम पूरा करने का लक्ष्य 31 दिसंबर रखा गया था। लेकिन अब यह अगले साल ही बन पाएगी। केदारनाथ धाम में ठंड अत्यधिक है। ऐेसे में पुनर्निर्माण कार्य करना काफी कठिन था। कार्यदायी संस्थाओं को मौसम अनुकूल होते ही काम शुरू करने को कहा गया है।