अमेरिकी कंपनी नाइकी द्वारा शैतान शूज को तैयार करने के लिए मुकदमा ठोके जाने के बाद ब्रुकलिन की फुटवियर कंपनी एमएससीएचएफ ने समझौता करने का फैसला किया है। शुक्रवार को जारी एक ईमेल के जरिये कंपनी ने उन ग्राहकों को मूल खुदरा मूल्य और शिपिंग लागत की पूरी रकम वापस करने की पेशकश की, जिन लोगों ने शैतान शूज या फिर इसके पहले लॉन्च किए गए जीजस शूज खरीदे थे। एमएससीएचएफ ने शुक्रवार को कहा, ‘हम मुकदमे को निपटाने के लिए सहमत हैं। समझौते के रूप में नाइक ने हमसे शैतान शूज को मार्केट में सर्कुलेशन से हटाने की मांग की और हमने इसके लिए सहमति दे दी।’ गौरतलब है कि एमएससीएचएफ द्वारा निर्मित शैतान शूज पिछले महीने के अंत में यानी 29 मार्च को लॉन्च होने के लगभग तुरंत बाद ही बिक गए थे। कंपनी ने इन जूतों की केवल 666 जोड़ियां ही बनाई थीं। एक जोड़ी जूते की कीमत 1018 डॉलर तय की गई है। भारतीय करेंसी में इसकी कीमत करीब 75 हजार रुपये होती है।
इसके लॉन्च के बाद नाइकी ने दावा कर दिया कि इस शैतान शूज को बनाने के लिए इंसान के खून का इस्तेमाल किया गया है। इसके अलावा नाइकी ने एमएससीएचएफ पर आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया कि इन जूतों पर उसके लोगो स्वूश (Swoosh) चिह्न का इस्तेमाल किया गया। नाइकी का आरोप है कि उससे बिना इजाजत या साझीदारी के उसका लोगो जूते पर लगा दिया गया। नाइकी का कहना है कि यह जूते मशहूर रैपर लिल नास के साथ मिलकर तैयार किए गए हैं।