कोलकाताः पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के दौरान कूचबिहार जिले में सीतलकूची विधानसभा क्षेत्र में हिंसा में पांच लोगों की मौत हुई थी. ममता बनर्जी ने इसे सीआईएसएफ की ओर से किया गया नरसंहार बताया है. ममता बनर्जी ने सिलीगुड़ी से वीडियो कॉल के जरिए सीतलकूची में मरने वाले लोगों के परिवार वालों से बात की. ममता ने कहा कि “यह एक नरसंहार है. लोगों के सीने में गोली लगी थी. अगर उनका इरादा भीड़ को तितर-बितर करना था, तो वे लोगों के पैरों में गोली मार सकते थे ममता ने कहा कि तथ्य छुपाने के लिए 72 घंटे तक किसी को वहां जाने नही दिया जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें रोकने के लिए ये नियम लागू किया गया है. ममता ने कहा कि वे 72 घंटे के बाद कूचबिहार जाएंगी उन्होंने कहा कि सेंट्रल फोर्स को बचाने की कोशिश हो रही है.
ऐसा पहले कभी नहीं हुआ- ममता
ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग पर भी निशाना साधा और कहा कि ” चुनाव आयोग ने जो किया, कभी ऐसा नही ऐसा हुआ.” उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग मानवीय काम नही किया है. ममता ने कहा कि फायरिंग से पहले टीयर गैस, वॉटर कैनन, रबर की गोली चलाई जा सकती थी लेकिन सीधे ही गोली चला दी गई. उन्होंने कहा कि फायरिंग में जिनकी मौत हुई है, उनके परिवार का जिम्मेदारी सरकार उठाएगी.
72 घंटों तक कूचबिहार में नेताओं की एंट्री पर है बैन
चुनाव आयोग ने घटना के बाद 72 घंटों तक कूचबिहार में किसी भी नेता के जाने पर पाबंदी लगा दी . बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एलान किया था कि वह रविवार को कूचबिहार जाएंगी. ऐसा आरोप है कि स्थानीय लोगों ने सीआईएसएफ जवानों की राइफलें छीनने की कोशिश की. दूसरी तरफ टीएमसी ने दावा किया कि मारे गए चार लोग उसके समर्थक थे.
चुनाव आयोग ने इस मामले में सीआईएसएफ को क्लीन चिट दे दी है. आयोग ने कहा कि मतदाताओं की जान बचाने के लिए गोली चलाना जरूरी हो गया था. साथ ही आयोग ने इसे आत्मरक्षा में उठाया गया कदम भी बताया.