कोरोना वायरस का खतरा लगातार बढ़ रहा है और कई राज्यों में फिर से लॉकडाउन की वापसी हो रही है. महाराष्ट्र से सटे गुजरात में भी केसों की बढ़ोतरी होने के बाद अब गुजरात हाई कोर्ट की ओर से राज्य में लॉकडाउन लगाने की बात पर भी गंभीर चर्चा चल रही है. हाल ही में हाई कोर्ट में कोरोना संकट को लेकर एक याचिका भी दायर की गई थी जिस पर कोर्ट ने अपने जवाब में कहा था कि राज्य में कोरोना संकट को रोकने के लिए लॉकडाउन लगाना जरुरी हो गया है. जिसके बाद अब हाई कोर्ट ने याचिका पर स्वत: संज्ञान लेते हुए सोमवार को सुनवाई करने की बात कही है. जानकारी के मुताबिक यह सुनवाई चीफ जस्टिस के घर पर सुबह 11 बजे होगी. जिसमें राज्य को अपना जवाब भी दाखिल करना होगा. चीफ जस्टिस विकर्म नाथ और जस्टिस भार्गव डी करिया की बेंच ने रविवार को कहा कि सभी अखबार और न्यूज चैनल, राज्य में ऑक्सीजन की कमी, अस्पताल की अव्यवस्था, और रेमडेसिविर दवा की खबरों से भरे पड़े हैं. जिसे देखने के बाद यह साफ है कि राज्य, स्वास्थ्य को लेकर इमरजेंसी के हालातों की तरफ बढ़ रहा है.
24 घंटे में गुजरात में 5,469 नए केस
बता दें कि गुजरात में एक बार फिर कोरोना वायरस के मामले बढ़ने लगे हैं. होली के त्योहार के बाद हर रोज़ आने वाले कोरोना के केस का आंकड़ा भी 1,000 के आंकड़े को पार कर गया है. रविवार को 24 घंटे में गुजरात में 5,469 नए मामले सामने आए हैं. वहीं 54 लोगों की मौत भी हो गई. गुजरात में सूरत में सबसे ज्यादा हालत खराब है, जहां करीब 4,000 से भी ज्यादा एक्टिव केस हैं. सूरत के बाद अहमदाबाद, वडोदरा, राजकोट में सबसे अधिक एक्टिव मामले हैं. राज्य में लगातार बढ़ते कोरोना के केस के बीच गुजरात सरकार ने अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए बेड्स रिजर्व करने का निर्देश दिया है. सरकारी अस्पतालों और अन्य सेंटर्स पर मास्क को एक रुपये में देने की बात कही है.
‘ज्यादा वैक्सीन लगाएंगे कोरोना को हराएंगे’
इस बीच रविवार को आजतक के खास कार्यक्रम सीएम सम्मेलन में शामिल हुए गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने कहा, ‘गुजरात में कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए हम, ‘ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन लगाएंगे कोरोना को हराएंगे’ के फलसफे पर काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमारे पास बीते एक साल से कोरोना से लड़ने का अनुभव और एक मजबूत प्रोटोकॉल है. उन्होंने कहा कि डेढ़ लाख से ज्यादा डॉक्टर और हेल्थ वर्कर पूरे राज्य में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में लगे हुए हैं. स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत किया गया है और हम चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं.