उत्तराखंड में कोरोना हुआ ज्यादा घातक

उत्तराखंड में कोरोना वायरस धीरे-धीरे घातक होता जा रहा है। देहरादून में कोरोना की दूसरी लहर के बीच यहां पर डबल म्यूटेंट वायरस की पुष्टि हुई है। मार्च माह में एनसीडीसी दिल्ली भेजे गए तीन सैंपलों में डबल म्यूटेंट, दो में यूके स्ट्रेन और एक में अन्य स्ट्रेन की पुष्टि हुई है। दून मेडिकल कॉलेज की वीआरडीएल लैब के को-इन्वेस्टिगेटर डॉ. दीपक जुयाल ने बताया कि दिल्ली एनसीडीसी से मिली मेल में यह जानकारी मिली हैं। मार्च माह में वेरिएंट की जांच को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए जो सैम्पल भेजे थे। उनमें एक निजी लैब के तीन सैंपलों में डबल म्युटेटिड वांबयरस बी.1.617, दो सैंपल में यूके स्ट्रेन बी.1.1.7 और एक में अलग तरह के म्यूटेंट की पुष्टि हुई है। यह वायरस सामान्य वायरस से ज्यादा फैलता है ।

हर लैब से स्ट्रेन की पहचान के लिए लगातार पांच फीसदी सैंपलों को एनसीडीसी दिल्ली जांच को भेजा जाता है। प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना का कहना है कि विशेषज्ञों का मानना है कि डबल म्यूटेंट वैरिएंट का प्रसार तेजी से होता है, ज्यादा संक्रामक है और पूरे परिवार को संक्रमित कर सकता है, लेकिन इससे होने वाले संक्रमण के बाद अस्पताल में भर्ती होने जैसी स्थितियां कम पैदा होती हैं। ज्यादातर मरीजों में कोरोना के लक्षण नहीं दिखाई देते, लेकिन इनकी बढ़ती संख्या से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित होती हैं।

बता दें कि उत्तराखंड में कोरोना के कुल नये केस 2160 मिले। 24 मरीजों की मौत भी हुई। मौत का कुल आंकड़ा 1892 पहुंच गया है। एक्टिव केस 18864 पहुंच गए हैं। राज्य में 532 मरीज ठीक भी हुए। संक्रमण दर अब 3.75 प्रतिशत और रिकवरी दर 81.54 प्रतिशत पहुंच गई है। राज्य में कोरोना के कुल केस 126193 पहुंच गए हैं। 102899 मरीज ठीक भी हो गए हैं। राज्य में सोमवार को 28170 केस निगेटिव मिले। 36023 केस जांच को भेजे गए। अभी भी 25743 सैंपल की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।

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