नई दिल्ली/ जम्मू। पाकिस्तान की कायरतापूर्ण कारवाई में शहीद हुए दो जवानों के पार्थिव शरीर आज जम्मू लाए जाएंगे। जम्मू में श्रद्धांजलि देने के बाद शहीदों के पार्थिव शरीरों को उनके पैतृक जगहों को भेजा जाएगा। शहीदों में सेना के नायब सूबेदार परमजीत सिंह है और बीएसएफ के हेड कांस्टेबल प्रेस सागर है। परमजीत सिंह पंजाब के तरनतारण जिले के रहने वाले थे जबकि प्रेस सागर यूपी के देवरिया जिले के रहने वाले थे।
मंगलवार को शहीद प्रेमसागर की बड़ी बेटी सरोज देवी ने कहा कि मेरे पिता हम सबको छोड़कर हमेशा के लिए चले गए हैं, लेकिन पिता की शहादत पर मुझे गर्व है। वह भारत माता के वीर सपूत थे और देश की रक्षा करते हुए शहीद हुए हैं। भारत सरकार और भारतीय सेना से अपील है कि अब इंतजार न करें। मेरे पिता के बदले 50 पाकिस्तान सेना के जवानों का सिर चाहिए।
भाई ने कहा, सरकार आदेश दे, हम सिखाएंगे पाक को सबक
शाहीद के छोटे भाई एवं बीएसएफ के जवान दयाशंकर बोले, मेरे भाई की शहादत पर राजनीति न की जाए। सरकार सेना और अर्धसैनिक बलों को आदेश दे तो हम लोग अंदर घुस कर पाकिस्तानियों को मारेंगे। उन्हें सबक सिखा देंगे कि भारतीय जवान का सिर काटने की सजा क्या होती है।
पाकिस्तान के साथ निर्णायक जंग का वक्त
इस घटना के बाद शहीद हेमराज की मां ने कहा है कि पाकिस्तान के साथ निर्णायक जंग का वक्त आ गया है। लांसनायक हेमराज भी पाकिस्तानी सेना की बर्बरता का शिकार हो गए थे। शहीद हेमराज के परिजनों ने कड़ी आपत्ति जताते हुए भारत सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द पाकिस्तान पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
हेमराज के परिजनों ने कहा कि जब हमारा बेटा शहीद हुआ था तो उस समय भी एक सिर के बदले 10 सिर लाने की बात कही थी, लेकिन अब तक सरकार द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। हेमराज के घरवालों ने कहा, ‘हमारी सरकार से मांग है कि जल्द ही पाकिस्तान के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई हो, जिससे हमारे और ज्यादा नौजवान शहीद न हों और शहीद होने पर उनके शवों के साथ ऐसा बर्ताव न हो।’
गौरतलब है कि सोमवार सुबह जम्मू के पुंछ में कृष्णाघाटी सेक्टर में पाकिस्तान ने एक बार फिर एलओसी पर कायरतापूर्ण कारवाई की और भारतीय सैनिकों पर घात लगाकर हमला किया। इस हमले में दो सैनिक शहीद हो गए जबकि एक जवान घायल हो गया। इस हमले के बाद भारतीय सेना ने बयान जारी कर कहा है कि पाकिस्तान की इस कारवाई का माकूल जवाब दिया जायेगा। भारत के रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि दो सैनिकों के शव क्षत-विक्षत करना बर्बरता की इंतहा है, उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
भारत के दो जवानों को मारने के बाद उनके शवों के साथ की गई बर्बरता से पूरे देश में गुस्सा है। भारतीय सेना ने भी इसका कड़ा जवाब देते हुए पाकिस्तान की दो चौकियों को ध्वस्त किया और पाक के 10 सैनिकों को मार गिराया। मंगलवार को आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत श्रीनगर पहुंच कर शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे।