कोरोना के बीच ब्लैक और व्हाइट फंगस की दस्तक बेचैन कर रही है। अभी तक स्वास्थ्य मंत्रालय, आईसीएमआर और राज्य सरकारों का ध्यान ब्लैक फंगस पर था, लेकिन हाल ही में पता चला है कि एक ही मरीज में ब्लैक और व्हाइट फंगस दोनों एकसाथ मिल रहे हैं।
चिकित्सकी लिहाज से यह स्थिति काफी गंभीर होती है जिसमें मौत की आशंका कई गुना बढ़ जाती है। उधर कोरोना महामारी से ब्लैक फंगस की तुलना करते हुए बताया है कि वर्तमान में ब्लैक फंगस का हर दूसरा या तीसरा मरीज बचा पाना मुश्किल हो रहा है। दिल्ली सहित कुछ राज्यों में कोरोना से 49 फीसदी अधिक ब्लैक फंगस की मृत्युदर दर्ज की गई है। कोरोना की वर्तमान मृत्युदर 1.12 फीसदी है। जबकि ब्लैक फंगस की मृत्युदर कहीं 30 से 40 तो कहीं 40 से 50 फीसदी तक दर्ज की गई है।
देश में करीब तीन लाख लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत हुई है। चूंकि ब्लैक-व्हाइट फंगस की मौत अभी तक राष्ट्रीय स्तर पर दर्ज नहीं की जा रही थी। इसलिए सटीक जानकारी में समय लगेगा, लेकिन अंदेशा है कि अब तक दो हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।