देहरादून में थाना क्लेमेनटाउन पुलिस और एसओजी ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए ब्लैक फंगस बीमारी में उपयोग होने वाले इंजेक्शनों की कालाबाजारी करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने बताया कि वह यह इंजेक्शन अहमदाबाद से लाए थे।
जानकारी के मुताबिक मंगलवार को क्लेमेनटाउन पुलिस को तिलक बाजार रोड सुभाष नगर भारूवाला ग्रांट निवासी एक महिला ने फोन पर सूचना दी कि उनकी एक रिश्तेदार ब्लैक फंगस से पीड़ित है और हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट में भर्ती है। डॉक्टरों ने लाइपोसोमल एंफोटेरेसिन-बी इंजेक्शन लगाने की सलाह दी है। यह इंजेक्शन बाजार में कहीं मौजूद नहीं है। उन्होंने इंजेक्शन के लिए उसने कई लोगों से संपर्क किया और फेसबुक पर भी अपील की। इसी क्रम में बीते दिनों उनके पास व्हाट्सएप पर मैसेज भेजकर एक व्यक्ति ने साढ़े आठ हजार में इंजेक्शन मुहैया कराने का जिक्र किया। जिस नंबर से व्हाट्सएप मैसेज आया था, पुलिस ने उसे ट्रेस किया और थाना क्लेमेनटाउन व एसओजी की टीम गठित कर हिमालयन चौक जौलीग्रांट के पास से तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। उनके कब्जे से ब्लैक फंगस बीमारी में इस्तेमाल होने वाले लाइपोसोमल एंफोटेरेसिन-बी के पांच इंजेक्शन बरामद किए गए। आरोपियों के खिलाफ थाना क्लेमेनटाउन में आपदा प्रबंधन और महामारी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपियों की पहचान वसीम सिद्दीकी पुत्र मोहम्मत शफीक हाल निवासी आर्शीवाद एन्क्लेव देहरादून खास देहरादून, मूल निवासी लोअर बाजार पौड़ी , राकेश थपलियाल पुत्र परशुराम थपलियाल हाल निवासी नकरौंदा रोड हर्रावाला, मूल निवासी ग्राम नागनाथ डोईवाला और अनुज थपलियाल पुत्र राकेश थपलियाल, हाल निवासी कनरौंदा रोड हर्रावाला, मूलनिवासी ग्राम नागनाथ पोखरी चमोली के रूप में हुई। एसओ धर्मेद्र रोतेला ने बताया कि इस संबंध में ड्रग्स इंस्पेक्टर को सूचित कर दिया गया है। ड्रेग इंस्पेक्टर की ओर से भी इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।