कांग्रेस ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि के खिलाफ शुक्रवार (11 जून) को पूरे देश के पेट्रोल पंपों पर सांकेतिक प्रदर्शन करेगी। पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, प्रदर्शन के दौरान जनहित से जुड़े मुद्दे जैसे अभूतपूर्व आर्थिक सुस्ती, रसोई गैस की कीमत में बढ़ोतरी, महंगाई और बेरोजगारी आदि मुद्दे को उठाएगी। पार्टी का कहना है कि भाजपा सरकार की गलत नीतियों के कारण की देशवासी 15 महीनों से कोरोना से जूझ रहे हैं।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी देते हुए कहा कि आज कोविड महामारी, लोगों को मुफ्त वैक्सीनेशन, बढ़ती महंगाई, पेट्रोल व डीजल के दामों में लगातार हो रही वृद्धि, एक्साइज ड्यूटी व वैट के अधिकतम प्रतिशत, गैस सिलेंडर, सफाई कर्मचारियों के हक की लड़ाई, देश की बिगड़ती अर्थव्यवस्था और मोदी-केजरीवाल की आपसी लड़ाई से देश की जनता का हाल पूरी तरह से बेहाल है। जनता त्रस्त हो चुकी है। ऐसे में अब कांग्रेस सड़कों पर उतर कर दोनों सरकारों के खिलाफ प्रदर्शन करेगी। दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अनिल चौधरी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि एक वक्त था जब देश में कांग्रेस की सरकार थी और तब भाजपा के तमाम नेता, जो आज केंद्र सरकार में मंत्री बने बैठे हैं, दिल्ली की सड़कों पर पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर जेल भरो आंदोलन करते थे। उन्होंने कहा कि आज वे तमाम नेता पेट्रोल और डीजल की बढ़ी कीमतों पर चुप हैं वह भी तब, जब कच्चे तेल की कीमत कम है। उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार जब सत्ता में आई, तो सबसे ज्यादा पेट्रोल और डीजल के दामों पर वैट लगाया गया। ऐसे में आज दोनों सरकारें जनता को लूटने का काम कर रही हैं।