हरिद्वार: क्षेत्र में एक लुटेरी दुल्हन ने एक दिव्यांग से शादी रचाई। बकायादा मंदिर में सात फेर भी लिए, लेकिन ससुराल जाते समय वह ऑटो से कूदकर फरार होने लगे। तभी दूल्हे की मां ने दौड़कर उसे पकड़ लिया।
जानकारी के अनुसार, मार्च में मंगलौर निवासी सोनी पुत्र अतर सिंह ने ग्राम रहमतपुर बेलड़ा निवासी राणा से मुलाकात की थी। उसने बताया कि उसका साला रविंद्र निवासी धंधौली ग्रेटर नोएडा (उत्तरप्रदेश) दिव्यांग है। रविंद्र सब्जी की ठेली लगाता है। आरोप है कि राणा ने पौड़ी के कोटद्वार निवासी विधवा महिला से शादी कराने की बात कही। आरोप है कि राणा ने शादी के बदले महिला द्वारा 50 हजार रुपये लेने की बात कही।
इस पर सहमति बन गई। 25 मई को सोनी ने एडवांस के रूप में 15 हजार रुपये राणा नामक व्यक्ति दिए थे, जबकि 35 हजार रुपये शादी वाले दिन देने थे। दोनों पक्षों ने शादी का दिन मंगलवार 30 मई तय किया था। शादी की रस्म श्यामपुर थाना क्षेत्र स्थित गौरी शंकर मंदिर में होना तय हुआ। सुबह रविंद्र, सोनी, रविंद्र की मां कल्लो आदि मंदिर पहुंचे थे, जबकि दूल्हन पक्ष से राणा, अमर सिंह, दूल्हन की तथाकथित मां भी मौजूद थी।
दोपहर में शादी होने के बाद पति पत्नी व कल्लो देवी आटो से रोडवेज बस अड्डे पहुंचे थे। अड्डे पर स्कूटी पर सवार होकर दो युवक आए। आटो के आगे स्कूटी लगाकर विवाहिता से घर चलने की बात कही। यह सुनकर रविंद्र व कल्लो देवी असमंजस में पड़ गए। विवाहिता ने युवकों को भाई बताया और आटो से कूदकर हरकी पैड़ी मार्ग की ओर दौड़ पड़ी। कल्लो देवी ने संदेह होने पर विवाहिता का पीछा किया।
शहर कोतवाली के समीप कल्लो देवी ने विवाहिता को पकड़ लिया और पुलिस को सूचना दी। विवाहिता को लेकर कल्लो देवी कोतवाली पहुंची, जहां विवाहिता ने ठगी करने की योजना पुलिस को बताई। विवाहिता ने दारोगा प्रियंका मैंदोला को बताया कि कुछ घंटे के बदले उसे छह हजार रुपये मिलने थे। कोतवाली निरीक्षक अनिल कुमार जोशी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। घटनास्थल श्यामपुर थाना क्षेत्र का है। श्यामपुर एसओ को सूचना दी गई है।