कोरोना महामारी पर शुक्रवार को लोकसभा में चर्चा होगी। संशोधित कार्यसूची के अनुसार शुक्रवार को एनके प्रेमचंद्रन और विनायक राउत देश में कोविड-19 के हालात का मुद्दा उठाएंगे। राज्यसभा में मानसून सत्र की शुरुआत में ही इस पर चर्चा हो चुकी है।
बता दें कि कोरोना मामले को लेकर केंद्र सरकार ने गुरुवार को राज्यसभा में बताया कि कोविड महामारी की दूसरी लहर के दौरान देश में बनी संकट की स्थिति से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय की ओर से भारत को पूरा सहयोग मिला। राज्यसभा में विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने बताया कि भारत ने स्पुतनिक कंपोनेंट 1 टीके की 31.5 लाख इकाइयां और स्पूतनिक कंपोनेंट 2 टीके की 4.5 लाख इकाइयों का अभी तक आयात किया है। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी की दूसरी लहर के संकट के दौरान अंतरराष्ट्रीय समुदाय उन विशिष्ट दवाओं और उपकरणों के लिए एकजुटता और सहायता के प्रस्तावों के साथ आगे आया जो उस समय तक हमारे देश में तुरंत उपलब्ध नहीं थे जब तक कि हमारे अपने घरेलू उत्पादन में सुधार नहीं हुआ। मुरलीधरन ने बताया कि अब तक 52 देशों से विदेशी सामग्री प्राप्त हुई है, जो सरकार से सरकार, निजी से सरकार, निजी से निजी, भारतीय समुदाय सहायता और कंपनियों के माध्यम से मिली हैं। साथ ही अंतर-मंत्रालयी समिति से दान को मंजूरी मिल गई है। इस समिति में स्वास्थ्य मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, नीति आयोग, डीपीआईआईडी, गृह मंत्रालय के प्रतिनिधि शामिल हैं। इससे पहले बुधवार को स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने राज्यसभा सांसद एमवी श्रेयंस कुमार के सवाल के जवाब में कहा कि कोविड पोर्टल के अनुसार 25 जुलाई 2021 तक करीब 34.4 करोड़ लोगों को टीके की कम से कम एक खुराक लगाई जा चुकी है। उन्होंने कहा कि इसी तारीख तक 18 वर्ष और इससे अधिक आयु के 65.5 फीसदी पात्र लोगों को कोविड रोधी टीके की दूसरी खुराक दी जा चुकी है।