हरिद्वार में कोविड के खतरे को देखते हुए कांवड़ मेला प्रतिबंधित है। इसके बावजूद बाहरी राज्यों से कांवड़िए पुलिस-प्रशासन को चमका देकर हरिद्वार पहुंच रहे हैं। हरिद्वार आने से रोकने और उनको गंगाजल उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन ने नई व्यवस्था लागू की है। इसके तहत कांवड़ियों को जनपद के सभी बॉर्डर और चेक पोस्ट पर 500 एमएल गंगाजल उपलब्ध कराया जाएगा। डीएम ने इसके आदेश जारी करने के साथ ही नोडल अधिकारी और चेक पोस्ट प्रभारियों की तैनाती की दी है।
बता दें कि कोरोना काल में लगातार दूसरी बार सावन की प्रसिद्ध कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध है। यही नहीं, कांवड़ियों के हरिद्वार आने पर क्वारंटीन करने और मुकदमा दर्ज करने का भी प्रावधान है। दूसरी ओर शिवभक्तों की आस्था और मांग के अनुसार, उत्तराखंड सरकार ने कुछ राज्यों में टैंकरों से गंगाजल भेजने की व्यवस्था भी बनाई है। इसके बावजूद कुछ कांवड़िए चोरी-छिपे हरिद्वार पहुंच रहे हैं।
इन्हें हरिद्वार आने से रोकने के लिए जिला प्रशासन ने अब नई व्यवस्था लागू कर दी है। डीएम सी रविशंकर ने बताया कि कांवड़ियों को बॉर्डर और चेक पोस्ट पर ही 500 एमएल गंगाजल उपलब्ध कराया जाएगा। वितरण व्यवस्था के संचालन के लिए जल संस्थान के अधिशासी अभियंता मदन सेन को नोडल अधिकारी बनाया गया है। डीएम ने निर्देश दिए हैं कि जिले के सभी 10 बॉर्डर चेक पोस्ट पर कांविड़यों को पारदर्शिता और शांतिपूर्वक गंगाजल उपलब्ध कराया जाए। चेक पोस्ट प्रभारी वितरित होने वाले गंगाजल का लेखाजोखा रखेंगे। नोडल अधिकारी एवं सहायक नोडल अधिकारी प्रतिदिन अवलोकन करेंगे।