पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा शुक्रवार को 13 नगर निगम क्षेत्रों के कांग्रेस विधायकों की बुलाई गई बैठक फ्लाप-शो बन कर रह गई। सिद्धू ने पटियाला नगर निगम क्षेत्र के विधायक और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को भी बैठक में बुलाया था लेकिन न तो सीएम पहुंचे और न उनके समर्थक मंत्रियों ने ही बैठक में कोई रुचि दिखाई।
कैबिनेट मंत्री ब्रह्म मोहिंदरा, मनप्रीत सिंह बादल और ओपी सोनी बैठक में हिस्सा लेने नहीं पहुंचे, जबकि बलबीर सिंह सिद्धू कुछ ही मिनट में बैठक छोड़कर चले गए। चंडीगढ़ स्थित पंजाब कांग्रेस भवन में शुक्रवार को यह बैठक 11 बजे बुलाई गई थी लेकिन नवजोत सिद्धू ही करीब सवा घंटा देरी से पहुंचे।बैठक में कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशू, शाम सुंदर अरोड़ा, कुलजीत सिंह नागरा, के अलावा राजिंदर बेरी, अमित विज, परगट सिंह और अश्विनी सेखड़ी समेत करीब दर्जन भर विधायक ही उपस्थित रहे। बैठक फ्लाप होने का मुख्य कारण यह रहा कि पार्टी प्रधान ने आनन-फानन बुलाई बैठक का कोई एजेंडा ही तय नहीं किया था। बैठक में पहुंचे किसी भी मंत्री और विधायक को यह मालूम नहीं था कि बैठक किस उद्देश्य या एजेंडे पर चर्चा के लिए बुलाई गई है। पार्टी प्रधान सिद्धू ने स्थिति संभालने का प्रयास करते हुए बताया कि विधानसभा चुनाव-2022 की तैयारियों पर चर्चा होगी। लेकिन बैठक के दौरान घोषित एजेंडे के बारे में कोई भी विधायक तैयारी करके नहीं पहुंचा था और पूरी बैठक हल्की-फुल्की चर्चा तक सिमट कर रह गई।