‘परदेस’ फिल्म में गंगा का रोल करने वाली मासूम सी लड़की यानि महिमा चौधरी को भला कौन भूल सकता है। अपनी एक्टिंग से वह सबका दिल जीत लेती थीं। लेकिन एक हादसे ने महिमा की पूरी जिंदगी बदल के रख दी। जिसे आज भी याद करके महिमा रो पड़ती हैं। आज महिमा अपना 48 वां जन्मदिन मना रही हैं। इस मौके पर जानिए महिमा की जिंदगी के उस सच को जिसे सोचकर भी उनके रोंगटे खड़े हो जाते हैं। इतना ही नहीं इस एक हादसे की वजह से महिमा का पूरा फिल्मी करियर बर्बाद हो गया।
दिल क्या करें में कर रही थीं काम
महिमा प्रकाश झा के साथ अजय देवगन और काजोल की 1999 में आई होम प्रोडक्शन फिल्म ‘दिल क्या करे’ में उन दिनों काम कर रहीं थी। उस दौरान वह बेंगलुरु में थीं। एक दिन जब वह शूट पर जा रही थीं, तभी एक ट्रक ने उनकी कार में टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार के शीशे टूटकर उनके चहरे में धंस गए। उस वक्त महिमा की हालत ऐसी थी जैसे वह मर रहीं हों।
चहरे से निकाले 67 कांच के टुकड़े
कार का एक्सीडेंट होने के बाद कोई उन्हें अस्पताल नहीं ले जा रहा था। जैसे तैसे वह अस्पताल पहुंची। अस्पताल पहुंचने के बाद उनकी मां और अजय देवगन आए। जब उन्होंने उठकर आइने में अपना चेहरा देखा, तो उनके होश उड़ गए। उनके पूरे चहरे पर सिर्फ टांके नजर आ रहे थे। डॉक्टर ने जब उनकी सर्जरी की तो उन्होंने 67 कांच के टुकड़े उनके चेहरे से निकाले थे।