जम्मू। पाकिस्तानी सेना ने जम्मू, सांबा और पुंछ जिलों में भारतीय सीमा चौकियों पर रातभर गोलीबारी और गोलाबारी की, जिसमें बीएसएफ के दो जवान और पांच नागरिक घायल हो गए। अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की ओर से लगातार संघर्षविराम उल्लंघन में सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले सैकड़ों लोगों को मजबूरन अपने घरों को छोड़कर जाना पड़ा है। अधिकारियों ने आज बताया कि पाकिस्तानी सेना ने जम्मू और सांबा जिलों में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अरनिया, आर एस पुरा और रामगढ़ सेक्टर में गत शाम से ही गांवों और सीमा चौकियों पर भारी गोलीबारी की और मोर्टार दागे। उन्होंने 20 गांवों को निशाना बनाया।
उन्होंने बताया कि पाकिस्तान की गोलीबारी और गोलाबारी में आरएस पुरा सेक्टर के सतोवाली गांव में तीन नागरिक घायल हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। उन्होंने बताया कि अरनिया सेक्टर के त्रेवा में एक अन्य गांववासी घायल हो गया। अधिकारियों ने बताया कि सांबा के रामगढ़ सेक्टर में पाकिस्तान की गोलीबारी में बीएसएफ के दो जवान मामूली रूप से घायल हो गए। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान ने गत शाम नियंत्रण रेखा पर पुंछ सेक्टर में भारी गोलीबारी और गोलाबारी की। गोलीबारी में आठ साल का एक लड़का घायल हो गया। उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने शुक्रवर रात कुछ सीमावर्ती इलाकों को निशाना बनाया जिसके बाद पुलिस ने 500 से ज्यादा लोगों को वहां से निकाला।ये लोग अब एक शिविर में रह रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में अरनिया और आरएस पुरा में 20,000 से ज्यादा लोगों को अपने घरों और गांवों को छोड़कर जाना पड़ा है। तेरह से 18 सितंबर के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना की ओर से लगातार गोलाबारी की गई। सीमा पर दो दिन तक शांति बने रहने के बाद 21 सितंबर को फिर से गोलीबारी और गोलाबारी शुरू हुई। इस दौरान पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी और गोलाबारी में एक बीएसएफ जवान और एक नागरिक की मौत हो गई तथा बीएसएफ के पांच जवानों समेत 25 अन्य लोग घायल हो गए। भारतीय सेना के आंकड़ों के अनुसार, इस साल पाकिस्तान की ओर से संघर्षविराम उल्लंघन की घटनाएं बढ़ गई हैं। एक अगस्त तक पाकिस्तानी सेना ने 285 बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया, जबकि 2016 में पूरे साल में यह संख्या 228 थी।