क्रिसमस की छुट्टी के एक दिन पहले से सैलानियों का पर्यटन नगरी मसूरी और धनोल्टी पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। जिससे 25 दिसंबर को भी धनोल्टी पर्यटकों से गुलजार रही। वहीं नए साल का जश्न मनाने के लिए धनोल्टी और कोटी कालोनी अभी से पर्यटकों से गुलजार होने लगी है। नए साल के स्वागत के लिए धनोल्टी सहित, बुरांशखंडा, कद्दूखाल, काणाताल में स्थित होटल, रिजॉर्ट, कैंप और ईको हट्स एडवांस में बुक हो गए।
होटल व्यवसायियों ने भी आगंतुक मेहमानों के लिए बोन फायर और संगीत की सुविधा जुटाई है। सैलानियों की अच्छी-खासी आमद से होटल व्यवसायियों में खुशी की लहर है। वहीं शनिवार को मसूरी में भी धूमधाम से क्रिसमस मनाया गया। दुनिया को कोरोना से मुक्ति दिलाने के लिए प्रभु यीशू से प्रार्थना की गई।
ईसाई समुदाय के लोगों ने अपने घरों को विशेष लाइटों से सजाया। मैथोडिस्ट चर्च के पादरी पास्टर विवेक साइमन चंद ने बताया कि कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए क्रिसमस का पर्व मनाया गया, इस दौरान सोशल डिस्टेंस के पालन के साथ ही मास्क का प्रयोग किया गया।