उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए हुए मतदान के ठीक अगले दिन पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का बड़ा बयान सामने आया है। उनके अनुसार पार्टी के सत्ता में आने पर या तो वह मुख्यमंत्री बनेंगे या फिर घर बैठ जाएंगे। तीसरा कोई विकल्प ही नहीं है।
हरीश के अनुसार, वह अपनी सोच के अनुसार नया उत्तराखंड बनाना चाहते हैं, इसलिए वह किसी भी बात पर समझौता नहीं कर सकते हैं। वेब मीडिया में दिए एक इंटरव्यू में हरीश रावत ने कहा कि अब उनकी उम्र ऐसी नहीं रह गई है कि वह कुछ और सोचें। हरीश रावत या तो मुख्यमंत्री हो सकता है या घर बैठ जाए। इन दोनों के अलावा तीसरा कोई विकल्प नहीं है। बकौल हरीश रावत, वह अपनी सोच के अनुसार नया उत्तराखंड बनाना चाहते हैं, हालांकि इसमें दूसरों की सोच को भी समाहित करेंगे। लेकिन कहीं न कहीं जो प्रभाव रहेगा, वह उनकी सोच होगी। हरीश ने आगे कहा कि वह इस समय अपनी सोच के लिए कोई समझौता नहीं कर सकते हैं। इसलिए उनके लिए बहुत ज्यादा विकल्प नहीं हैं। वह या तो मुख्यमंत्री बनेंगे या घर बैठना पसंद करेंगे। वहीं दूसरी तरफ एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में हरीश रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा, यह हाईकमान तय करेगा। जो भी निर्णय होगा, उन्हें स्वीकार होगा।