ग्लैमर इंडस्ट्री दूर से देखने में जितनी अच्छी लगती है यहां टिकना उतना ही मुश्किल होता है। एक्टर्स को शुरुआती दिनों में बहुत बार स्ट्रगल से जूझना पड़ता है। मशहूर टीवी शो ‘भाबीजी घर पर हैं’ में अम्माजी का रोल करने वालीं सोमा राठौड़ ने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए बताया कि बहुत मुश्किल भरे दिन बीते। जब उन्हें खाने के लिए खाना भी नहीं मिलता था। काम करने से जो भी उन्हें पैसे मिलते थे, वह उन्हें बचाने की कोशिश करती थी जिससे आने-जाने के लिए पैसे बचे रहें। सोमा राठौड़ को ‘भाबीजी घर पर हैं’ शो में मनमोहन तिवारी (रोहिताश्व गार्ड) की मां का रोल करती हैं। इसके अलावा उन्होंने ‘जीजा जी छत पर हैं’, ‘लापतागंज’ और ‘नीली छतरी वाले’ में काम किया है। दैनिक भास्कर के साथ एक इंटरव्यू में सोमा राठौड़ लिखती हैं, ‘मेरे संघर्ष के दिन बहुत मुश्किल थे। जब मैं घर से निकलती थी मेरे पास 100 रुपये होते थे। अब उस पैसे से या तो खाना खा सकती थी या ट्रैवल कर सकती थी। मैं आमतौर पर बोरीवली से अंधेरी की लोकल ट्रेलन लेती थी, 3 रुपये नींबू पानी पर खर्च करती थी, उसे पीती थी और पूरे अंधेरी में फोटोशूट्स, ऑडीशन और मीटिंग्स के लिए भटकती रहती थी। फिर 7-8 बजे के आस-पास अंधेरी स्टेशन से 3 रुपये का नींबू पानी पीती थी और रात में जब घर पहुंचती थी तब खाना खाती थी।‘