उत्तराखंड के रुद्रपुर में एचआईवी संक्रमित चाची द्वारा भतीजे के साथ यौन संबंध बनाए जाने से नाबालिग के परिजन काफी चिंतित हैं। बच्चे के भविष्य को लेकर परिजन परेशान और डरे हुए हैं। वहीं विशेषज्ञों का कहना है कि एंटीरेट्रोवायरल (एआरटी) थेरेपी के जरिए बच्चे के संक्रमण को कम किया जा सकता है। इससे वह अपना भविष्य संवार सकता है।
ट्रांजिट कैंप थाना क्षेत्र स्थित एचआईवी संक्रमित महिला ने 15 वर्षीय भतीजे के साथ संबंध बना लिए थे। जबकि महिला के पति की एचआईवी संक्रमण के चलते पहले ही मौत हो गई थी। लड़के के परिजनों को जब यह पता चला तो उनके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई। बच्चे के परिजनों ने ट्रांजिट कैंप थाना में महिला के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया था।