नैनीताल। नैनीताल बैंक की यात्रा के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष में शताब्दी समारोह कार्यक्रमों की श्रृंखला में, उत्तराखंड के वित्त मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल ने बैंक की कॉफी टेबल बुक ‘100 इयर्स एंड बियॉन्डः ए लिविंग लिगेसी ऑफ ट्रस्ट’ का शुभारंभ किया। इस अवसर पर आयोजित एक सादे समारोह में बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी दिनेश पंत भी उपस्थित थे। कॉफी बुक टेबल 31 जुलाई, 1922 को बैंक की स्थापना के बाद से बैंक के 100 वर्ष के इतिहास और यात्रा के बारे में जानकारी के अतिरिक्त बैंक की विरासत, ऐतिहासिक घटनाओं, समाज के साथ इसके जुड़ाव की यात्रा को प्रदर्शित करती है।
वित्त मंत्री अग्रवाल ने आगंतुक अतिथियों को संबोधित करते हुए नैनीताल बैंक और उसकी टीम को बैंक के अस्तित्व के 100 वर्षों की लंबी यात्रा पूरी करके इतिहास रचने के लिए बधाई दी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि बैंक भविष्य में भी उल्लेखनीय व्यावसायिक वृद्धि करना जारी रखेगा जिससे जनता, ग्राहकों और सभी हितधारकों के मध्य नियमित रूप से अपनी ब्रांड छवि को सुधारा जा सके। उन्होंने बैंक के प्रबंधन को राज्य सरकार की ओर से पूर्व की भांति यथा संभव सहायता और सहयोग जारी रखने का आश्वासन दिया। उन्होंने इच्छा व्यक्त की कि उत्तराखंड राज्य एक पूर्ण विकसित राज्य बन सकता है यदि उत्तराखंड से उद्गमित नैनीताल बैंक एवं प्रदेश के अन्य सभी बैंक उद्योग, व्यवसाय, कृषिक्षेत्र एवं अन्य लाभार्थियों को उनकी परियोजनाओं के कार्यान्वयन में वित्तीय सहायता प्रदान करते रहे,जिससे राज्य के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। उन्होंने कहा कि बैंक के पास पहाड़ी राज्य की संस्कृति और लंबी विरासत उपलब्ध है और यह अपने उत्पादों और सेवाओं के माध्यम से प्रदेश वासियों के सपनों को पूरा करने मे सहायक हो सकता है। वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने अपने संबोधन में उपस्थित बैंकरों को यह सुनिश्चित करने की सलाह दी कि वे समाज के निर्धन और निम्न वर्ग के दरवाजे तक उनकी आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए वित्तीय सहायता पहुंचाएं। बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी दिनेश पंत ने वित्त मंत्री अग्रवाल को बैंक के निमंत्रण को स्वीकार करने और कॉफी टेबल बुक एवं को-ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड के जारी होने के आयोजन के लिए अपना बहुमूल्य समय देने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री के कुशल नेतृत्व में राज्य का शासन तंत्र नैनीताल बैंक को भविष्य में भी सक्रिय भागीदार के रूप में हर प्रकार की सहायता एवं सहयोग प्रदान करता रहेगा। अपने संबोधन में उन्होंने बताया कि भारत रत्न स्वर्गीय गोविंद बल्लभ पंत जी और उनके कुछ सहयोगियों द्वारा 31 जुलाई, 1922 को नैनीताल में स्थापित नैनीताल बैंक अब पांच उत्तरी राज्यों- उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान में सक्रिय रूप से बैंकिंग भागीदारी निभा रहा है। बैंक अपना शताब्दी वर्ष समारोह मना रहा हैं, जो 31 जुलाई, 2021 को प्रारम्भ हुआ और 31 जुलाई, 2022 को बैंक के 100 साल पूरे होने पर समाप्त होगा। उन्होंने राज्य और केंद्र सरकारों, विभिन्न जिलों में प्रशासनिक तंत्र,भारतीय रिजर्व बैंक, वित्तीय सेवायें विभाग- भारत सरकार, अन्य नियामकों, नैनीताल बैंक के निदेशक मंडल, बैंक ऑफ बड़ौदा, सम्मानित ग्राहकों, शेयरधारकों सहित सभी हितधारकों को धन्यवाद दिया, जिनके निरंतर सहयोग एवं मार्ग निर्देशन में बैंक नें सभी स्तरों पर विकास की गति को बनाए रखते हुए सफलता प्राप्त की। इस अवसर पर बैंक के नामित प्रबंध निदेशक निखिल मोहन के अतिरिक्त अरुण कुमार अग्रवाल,संजय लाल साह, रमन कुमार गुप्ता, यू.सी. रुवाली, अमर सिंह, लक्ष्मीकांत शर्मा, महेश चंद्र जिंदल, महेश गोयल, अजय सेठ, डी के उप्रेती, राहुल प्रधान, राजेंद्र सिंह, ईशा गुप्ता, अनुज जोशी सहित बैंक के अन्य कार्यपालक, 160 से अधिक शाखा प्रबंधक और अधिकारी भी उपस्थित थे।