श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों ने एक बार फिर से कायराना हरकत करते हुए सेना के एक जवान का अपहरण करने के बाद उनकी हत्या कर दी। सेना के जवान का शव पुलवामा से बरामद हुआ है। जवान को करीब से गोली मारी गई है।
शहीद जवान की पहचान इरफान के तौर पर की गई है, जो कल ही अपने घर आए थे। आतंकवादियों ने अगवा करने के बाद उनकी हत्या कर दी। जवान के शव को पुलवामा के जंगलों से बरामद कर लिया गया है। इरफान गुरेज सेक्टर में तैनात थे। इस घटना के बाद सेना ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी है और मामले की जांच में जुट गई है।
इस बीच जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने इस हत्याकांड की निंदा की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘इरफान अहमद की हत्या की कड़ी निंदा करती हूं। शोपियां के रहने वाले टेरिटोरियल आर्मी के जवान इरफान एक बहादुर सिपाही थे। इस तरह के घृणित कार्य घाटी में शांति की बहाली और जनजीवन को सामान्य बनाने की हमारी प्रतिबद्धता को कमजोर नहीं कर पाएंगे।’
गौरतलब है कि इस वर्ष जवान का अपहरण कर हत्या करने का यह दूसरा मामला है। इससे पहले मई में सेना के लेफ्टिनेंट उमर को भी किडनैप करने के बाद उनकी हत्या कर दी गई थी। 22 वर्षीय उमर शोपियां में अपने घर में एक शादी समारोह में भाग लेने आए थे।
जम्मू-कश्मीर के 2 राजपूताना रायफल्स में तैनात सेना के लेफ्टिनेंट उमर फयाज के लिए उनकी पहली छुट्टी ही जिंदगी की आखिरी छुट्टी बन गई थी। आतंकियों ने फैयाज को शादी समारोह से अगवा कर मई महीने उनकी हत्या कर दी थी। फयाज का गोलियों से छलनी शव दक्षिणी कश्मीर के हरमन में मिला था।
फयाज ने नवोदय विद्यालय में शिक्षा हासिल की थी। पुणे के राष्ट्रीय रक्षा अकैदमी (एनडीए) से शिक्षा हासिल किए फयाज को 10 दिसंबर 2016 को सेना में कमीशन मिला था। वह 129वैं बैच के कडेट थे। फयाज 2 राजपूताना रायफल्स में तैनात थे और उन्होंने अपने कजन की शादी के लिए छुट्टी ली थी। उन्हें 25 मई को अखनूर क्षेत्र में मौजूद अपने यूनिट में वापस जाना था।