शाहजहांपुर:- लखीमपुर खीरी में नदी के किनारे मिले युवती के कंकाल के रहस्य को थाना रामचंद्र मिशन पुलिस ने सुलझा लिया है। उसकी उसकी सहेली और उसकी मां ने तांत्रिक से कराई थी। इसके लिए डेढ़ लाख रुपये में सौदा तय हुआ था। उसमें से पेशगी के तौर पांच हजार रुपये दिए गए थे। पुलिस ने तांत्रिक और मृतका की सहेली को गिरफ्तार कर लिया है। सहेली की मां फरार है जिसकी तलाश की जा रही है।30 वर्षीय युवती का शव लखीमपुर खीरी के मोहम्मदी क्षेत्र में नदी किनारे मिला था। पास ही मिले अधजले कपड़ों से उसकी शिनाख्त हुई। तफ्तीश के दौरान मृतका के संपर्क में रहे तांत्रिक राम निवास उर्फ दिलीप निवासी मोहल्ला पूर्वी लखपेड़ा थाना मोहम्मदी जिला लखीमपुर को पुलिस ने पकड़ा तो पूछताछ में उसने राज खोल दिया।
उसके बयानों के आधार पर मृतका की सहेली प्रीति सागर निवासी बड़ागांव थाना पुवायां को गिरफ्तार किया गया। प्रीति ने स्वीकार किया कि युवती से नजदीकियों के चलते बार-बार उसका रिश्ता टूट रहा था, इसलिए उसकी हत्या करा दी। इसमें उसकी मां उर्मिला भी शामिल थी।
योजना के तहत प्रीति ने अपनी सहेली को झाड़-फूंक के जरिये लड़का बनाने का विश्वास दिलाते हुए तांत्रिक रामनिवास से 13 अप्रैल को मिलवाया। मूलरूप से ग्राम बंऊआ मजरा मुनीमगंज मोहम्मदी का निवासी तांत्रिक दोनों को अपनी बाइक से लेकर मियांपुर हिम्मतपुर के जंगल में सिद्घ बाबा के मंदिर ले गया था। इसके बाद से मृतका की तांत्रिक से अक्सर फोन पर बात होती रहती थी। इंस्पेक्टर अरविंद सिंह चौहान ने बताया कि 17 अप्रैल को रामनिवास उर्मिला से मिलने बड़ागांव आया था। तब उसे पांच हजार रुपये पेशगी के तौर पर दिए गए थे। प्रीति के कहने पर 18 अप्रैल को युवती को तांत्रिक ने बुलाया था। बस अड्डे से दोनों साथ दो मंदिरों में गए। शाम को तांत्रिक युवती को जंगल में गोमती नदी के किनारे ले गया और मंत्र बोलकर उसे आंखें बंद करने को किया।
युवती की रिश्तेदारी सतवां गांव में है। रिश्तेदारी में जाते समय उसकी मुलाकात प्रीति सागर से डेढ़ साल पहले बस में हुई थी। फिर फोन पर बातचीत का दौर शुरू हुआ तो नजदीकियां बढ़ गईं। दोनों में प्रेम-संबंध हो गए। युवती लड़कों की तरह रहती थी। इसलिए वह प्रीति से शादी करना चाहती थी।