संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ को लेकर चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। फिल्म को लेकर नित नए बवाल सामने आ रहे हैं। फिल्म के समर्थन और विरोध की राजनीति चरम पर है। फिल्म बड़े पर्दे पर कब रिलीज होगी और कैसी कमाई करेगी यह तो भविष्य के गर्भ में छिपा है। लेकिन इस बवाल का फायदा किसी और को जरूर मिल रहा है और कमाई भी जमकर हो रही है। फिल्म पद्मावती पर मचे बवाल ने राजस्थान के मेवाड़ अंचल की अर्थव्यवस्था को ऊंचाई तक पहुंचा दिया है। वैसे तो फिल्म को लेकर पिछले तीन माह से विवाद चल रहा है, लेकिन एक माह में जिस तरह से राष्ट्रीय स्तर तक यह मामला चर्चा में आया है, उसके बाद मेवाड़ टूरिस्ट सर्किट में आने वाले पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। राज्य के पर्यटन विभाग के आंकड़ों, टूरिस्ट गाइड और स्थानीय व्यापारियों की मानें तो ‘पद्मावती’ विवाद के चलते मेवाड़ अचंल के पर्यटन व्यवसाय को संजीवनी मिली है। मेवाड़ टूरिस्ट सर्किट में पिछले वर्ष तक उदयपुर देशी-विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र हुआ करता था, लेकिन ‘पद्मावती’ विवाद के बाद सबसे अधिक भीड़ चित्तौड़ में रहने लगी है। पर्यटन एवं पुरातत्व विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पिछले एक माह में चित्तौड़ में पर्यटकों की आवक में अचानक बढ़ोतरी हुई है और आगामी तीन माह तक की होटलों में एडवांस बुकिंग करवा दी गई है। राज्य की पर्यटन मंत्री कृष्णेन्द्र कौर दीपा का कहना है कि वैसे तो सर्दी में नवंबर से फरवरी तक पर्यटक सीजन माना जाता है, प्रति वर्ष काफी संख्या में पर्यटक मेवाड़ टूरिस्ट सर्किट का भ्रमण करने आते रहे हैं, लेकिन इस बार पिछले 15 से 20 दिन में अचानक पर्यटकों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है।