देहरादून। चर्चित किडनी प्रकरण के संबंध्सा में गंगोत्री चैरिटेबल अस्पताल के पफरार दो डाक्टरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोप हैं कि ऑपरेशन के समय मरीजों को बेहोश करने का कार्य यह दोनों डॉक्टर करते थें तथा घटना के समय से ही लगातार पफरार चल रहे थे। दोनों अभियुक्तगणो पर इनाम भी घोषित था। गौरतलब है कि 11 सितम्बर को थाना डोईवाला क्षेत्र में किडनी रैकेट का एक मामला सामने आया था। इस संबंध में डोईवाला थाने में मुकदमा अपराध संख्या 256/2017 धारा 420/370/342/120बी आईपीसी व 18/19/20 मानव अंगो एवं उत्तकों का प्रत्यारोपण अधिनियम 1994 में मुकदमा भी दर्ज कराया गया था। इस मामले में वांछित अभियुक्तगणों की गिरफ्तारी के लिये जनपद की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक निवेदिता कुकरेती कुमार व पुलिस अधीक्षक ग्रामीण के निर्देशन में टीम गठित कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये थें। सहायक पुलिस अधीक्षक, क्षेत्राधिकारी सदर के निर्देशन में टीम गठित कर वांछित अभियुक्तगणों की गिरफ्तारी के लिये बिहार, उत्तर प्रदेश, नेपाल बार्डर, बिहार अररीया, गाजियाबाद आदि स्थानों पर तलाश की गयी। उपरोक्त गठित टीम द्वारा कई स्थानों पर अभियुक्तणों की तलाश के लिये दबिश दी गयी। उक्त गठित टीम द्वारा अथक प्रयास से उच्चस्तरीय सुरागरसी पतारसी करते हुए 26 नवम्बर को स्टेशन मोड तिराहा गाजियाबाद से एक अभियुक्त डॉक्टर संजय दास, पुत्र छोटे लाल दास निवासी वार्ड नम्बर 5 फोरबीस गंज थाना फोरबसीगंज जनपद अररीया बिहार स्थाई पता वार्ड नम्बर 16 नियर कोसी प्रोजेक्ट कार्यालय अभिवादन टोल विराटनगर कस्बा विराटनगर थाना विराटनगर नेपाल व डॉक्टर संजय दास की डॉक्टर पत्नी को गिरफ्तार किया गया। आज अपने कार्यालय में दोपहर 1.00 बजे पत्रकारों से वार्ता करते हुए जनपद की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि दोनों अभियुक्तगण अभियोग में वांछित चल रहे थे तथा चर्चित किडनी प्रकरण के संबंध मंे गंगोत्री चैरिटेबल अस्पताल में डॉक्टर थें तथा ऑपरेशन के समय मरीजों को बेहोश करने का कार्य करते थें। एसएसपी ने बताया कि घटना के समय से ही यह दोनों लगातार फरार चल रहे थें। दोनो अभियुक्तगणों पर ईनाम घोषित था। अभियुक्तों को गिरफ्रतार करने वाली पुलिस टीम में लोकेश सिंह, एएसपी, क्षेत्ररधिकारी सदर, ओमवीर सिंह रावत, प्रभारी निरीक्षण डोईवाला, उप निरीक्षक पी.डी.भट्ट प्रभारी एसओजी, एसआई भुवन चंद्र पुजारी चौकी प्रभारी लालतपड़, एचसीपी राजकुमार, एचसीपी सुशील कुमार, कांस्टेबल भुपेंद्र सिंह, कांस्टेबल देवेंद्र सिंह, शामिल थंे।