- पुश्ता टूटने से कई मकानों पर मडंराया खतरे का संकट
देहरादून। भारी बारिश के चलते राजधानी देहरादून में जहंा एक तीन मजिला इमारत नदी में समा गयी वहीं तेज बहाव के चलते पुश्ता गिरने से कई मकानों को खतरा पैदा हो गया है। सूचना मिलने पर प्रशासन की टीमों द्वारा दोनो घटना स्थलों का दौरा कर जानकारियां जुटाई जा रही है। बीती देर रात से हो रही भारी बारिश के कारण देहरादून के मालदेवता में दून डिफेंस कॉलेज की 3 मंजिला बिल्डिंग सेकंड में नदी में समा गई, गनीमत रही कि हादसे से पहले ही पूरी बिल्डिंग को खाली करा दिया था। यही नहीं नदी के आसपास खड़ी कई गाड़ियां नदी के तेज बहाव में बह गई। बताया जा रहा है, कि यहां भारी बारिश से नदी का जलस्तर बढ़ गया और अचानक पानी आने से काफी नुकसान हुआ है। कॉलेज की बिल्डिंग गिरने के साथ-साथ कई घरों में पानी और मलबा भर गया है इसके साथ साथ आसपास के कई घरों को भी नुकसान हुआ है। इस हादसें में किसानो के खेत भी नदी में बह गये है।
बताया जा रहा है कि दून डिफेंस कॉलेज की जो बिल्डिंग जमींदोज हुई है, वह नदी के एकदम मुहाने पर बनी हुई थी। पिछले साल भी नदी के तेज बहाव से बिल्डिंग का कुछ हिस्सा टूट गया था, इस बिल्डिंग में दून डिफेंस कॉलेज के काफी स्टूडेंट रहते थे, और यहां ट्रेनिंग भी करते थे, लेकिन हादसे से पहले ही सभी छात्रों को निकाल दिया गया था। पिछले साल भी भारी बारिश की वजह से यहां बड़ी आपदा आई थी उस वक्त यह बिल्डिंग आपदा की जद में थी, उसी समय प्रशासन ने बिल्डिंग को खाली करने के निर्देश दे दिए थे। इस क्षेत्र का आधा हिस्सा देहरादून जिले में और आधा हिस्सा टिहरी जिले में आता है, जानकारी मिलते ही मौके पर देहरादून की डीएम सोनिका पहुंच गई और हालातों का जायजा लिया उनके साथ स्थानीय विधायक उमेश शर्मा काऊ भी थे अभी नुकसान का आकलन नहीं किया जा सका है। वहीं दूसरी ओर डालनवाला क्षेत्रांर्तगत चन्दर रोड स्थित एमडीडीए कालोनी में देर रात हुई तेज बारिश के चलते रिस्पना नदी का पुस्ता टूट गया है। जिसके चलते यहंा कई मकान खतरे की जद में आ गये है। पीड़ित परिवारो का कहना है कि अगर जल्द पुश्ते की मरम्मत नहीं की गयी तो उनके घर गिरने की सम्भावना है।
भारी बारिश के चलते रिसॉर्ट ढहा, पांच दबे, बच्ची को जिन्दा निकाला
पौड़ी। भारी बारिश के कारण रिसॉर्ट ढह जाने से पांच लोग मलबे में दब गये। सूचना मिलने पर पुलिस व आपदा प्रबन्धन टीमों ने मौेके पर पहुंच कर रेस्क्यू अभियान शुरू किया। जिसके बाद वहंा से एक बच्ची को जिन्दा निकाल लिया गया है। जबकि चार की तलाश में टीमे जुटी हुई है।
राज्य में विगत दो दिनों से हो रही लगातार बारिश के चलते जहंा कई स्थानों पर भू स्खलन के मामले सामने आये है। वहीं इस क्रम में सोमवार सुबह पौड़ी पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना मिली कि जिले के यमकेश्वर विधानसभा के मोहनचटृी में भारी बारिश के कारण एक रिसॉर्ट ढह गया है। जिसमें 5 लोग दबे हुए है। सूचना मिलने पर एसडीआरएफ, एनडीआरएफ व स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंच कर रेस्क्यू अभियान चलाया गया। कई घंटों की मशक्कत के बाद आपदा प्रबन्धन टीमों द्वारा मलबे के नीचे से एक दस साल की बच्ची को जिंदा निकाला गया है। जबकि समाचार लिखे जाने तक चार लोग अभी भी मलबे में दबे हुए हैं। बताया जा रहा है कि यह सभी लोग हरियाणा के कुरूक्षेत्र के रहने वाले हैं। मामले में राज्य के डीजीपी ने मीडिया को बताया कि मौके पर पुलिस और एसडीआरएफ का सर्च ऑपरेशन जारी है और मलबे में दबे लोगों की तलाश की जा रही है। स्थानीय लोगों का कहना है भारी बारिश बचाव कार्य में रूकावट बन रही है। लगातार हो रही बारिश के कारण रेस्क्यू करने में एसडीआरएफ जवानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
प्लांट में फंसे 02 कर्मियों के लिए देवदूत बनी पुलिस
चमोली। जनपद चमोली में रविवार देर रात से लगातार बारिश होने के चलते कई जगहों पर लोगों का जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। आज विजय कंडारी प्रोजेक्ट मैनेजर द्वारा कोतवाली चमोली को सूचना दी गयी कि बिरही गंगा पर निर्मित हाइड्रो पावर लिमिटेड प्लांट में गाड़ी गांव के पास वाला पुल और संपर्क मार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है, जिसमें प्लांट के दो कर्मी प्रदीप पुत्र भोपाल उम्र 34 वर्ष निवासी खैनुरी व प्रकाश पुत्र तान सिंह उम्र 37 वर्ष निवासी गाड़ी फंस गए है। सूचना पर तत्काल कोतवाली चमोली से प्रभारी निरीक्षक कुलदीप रावत के नेतृत्व में पुलिस टीम प्राथमिकता के साथ रेस्क्यू के लिए पहुंची। रेस्क्यू टीम द्वारा तत्काल कार्यवाही करते हुए ट्राली के माध्यम से दोनो युवकों को सकुशल प्लांट से निकाला गया। दोनांे युवको द्वारा चमोली पुलिस का सह्रदय धन्यवाद दिया गया।
गदेरा आने से एक की मौत
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ पैदल मार्ग पर बीते रात को लिनचोली में गदेरा उफान पर आने से टेंट में रह रहे एक नेपाली मूल के व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि एक लापता चल रहा है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि लिनचोली क्षेत्र अंतर्गत दिनांक रात्रि अतिवृष्टि होने के कारण खाली कैंप से पहाड़ी की तरफ गधेरे में नेपाली बसावट में मलवा आने से कपिल बहादुर पुत्र कालू बहादुर उम्र 27 वर्ष सुखद कैलाली आंचल शेती नेपाल की मलबे में दबने से मौत हो गई।