सनसनी वारदातः बीवी की हत्या के बाद भी शव को 235 किमी घुमाता रहा हत्यारा पति

नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में पति द्वारा पत्नी की हत्या करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जान गंवाने वाली महिला का नाम सिल्की (35) और वह अपने पति ललित के साथ हर्ष विहार पीतमपुरा (दिल्ली) रहती थी। जानकारी मिली है कि ललित ने पत्नी सिल्की की हथौड़ा मार कर हत्या कर दी फिर दिल्ली, यूपी और उत्तराखंड में घूमता रहा और फिर आखिर में मसूरी में शव को फेंक कर वापस आ गया। यहां पर आकर पति ने चालाकी दिखाते हुए पत्नी की गुमशुदुगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी। वहीं, दिल्ली पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो पति ललित की भूमिका संदिग्ध मिली। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गया। उसने पुलिस को बताया कि शिल्पी की हत्या कर शव को वह मसूरी के जंगलों में फेंक आया है, लेकिन जिस स्थान पर उसने शव फेंका था वहां का नाम नहीं बता पा रहा था। बृहस्पतिवार को दिल्ली पुलिस ललित को साथ लेकर मसूरी पहुंची। यहां मसूरी पुलिस के साथ ललित को उस स्थान पर ले जाया गया, जहां उसने सिल्की का शव फेंका था। मगर शाम ढल जाने के कारण गुरुवार को शव की तलाश नहीं हो सकी, बाद में शव शुक्रवार को बरामद किया गया। तीन दिसंबर को पीतमपुरा (दिल्ली) से लापता विवाहिता का शव शुक्रवार को मसूरी के कॉर्ट मैकेंजी रोड स्थित नागदेवता मंदिर के पास से तीन सौ फीट गहरी खाई से बरामद किया गया। शव की बरामदगी के लिए दिल्ली पुलिस की टीम बृहस्पतिवार को ही पत्नी की हत्या के आरोपी पति के साथ पहुंच गई थी। वहीं, मसूरी (उत्तराखंड) पुलिस के अनुसार, सिल्की (35) पत्नी ललित निवासी हर्ष विहार पीतमपुरा (दिल्ली) , तीन दिसंबर को घर से लापता हो गई। परिजनों ने दो-तीन दिन तक सभी संभावित स्थानों पर उसकी तलाश की, मगर उसका कुछ पता नहीं चला। आठ दिसंबर को ललित ने शिल्पी की गुमशुदगी दर्ज करा दी। जांच में सामने आया है कि सिल्की जैन की हत्या दिल्ली स्थित घर पर तीन दिसंबर की रात की गई। इसके बाद शव को बोरे में डालकर ललित जैन, ललित का भाई कमल जैन और कमल का साला नयन कार से 4 दिसंबर की सुबह छह बजे मसूरी पहुंचे और बोरे को खाई में डालकर वापस दिल्ली लौट गए।

हैरानी की बात है कि जिस कार से सिल्की के शव को मसूरी लाया गया, वह तीन दिसंबर की रात दिल्ली बॉर्डर क्रास कर यूपी पहुंची। यहां से 4 दिसंबर की सुबह यूपी बॉर्डर क्रास कर यह कार उत्तराखंड पहुंची, लेकिन कहीं भी रास्ते में कोई चेकिंग नहीं हुई।

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