चमोली: चमोली जनपद में एक सितंबर की सायं से लगातार बारिश जारी है। कर्णप्रयाग ब्लाक के सिमली बाजार में अतिवृष्टि के कारण 11 घरों और 06 दुकानों में मलबा आने से नुकसान हुआ है। वही दो वाहन मलबे में दबे है। हालांकि जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ है। सिमली में अवरुद्ध मोटर मार्ग को सुचारू कर लिया गया है। आवासीय भवनों और दुकानों से मलबा हटाने का काम जारी है।
जनपद में अवरूद्व कर्णप्रयाग-थराली-ग्वादम और कर्णप्रयाग-गैरसैंण-पाण्डुवाखाल मोटर मार्ग यातायात के लिए सुचारू कर लिए गए है। जबकि कई जगह अवरुद्ध कर्णप्रयाग -चमोली- बद्रीनाथ और जोशीमठ- मलारी- नीति मोटर को यातायात के लिए सुचारू करने का काम जारी है। इसके अलावा जनपद में 40 अन्य ग्रामीण मोटर मार्ग भी अवरुद्ध है। जिनको सुचारू करने का काम जारी है।
गोपेश्वर विद्युत वितरण खंड में सोनला-बछेर की ओर विद्युत लाइन में खराबी आने के कारण 12 गांव में विद्युत आपूर्ति बाधित हुई है। जिसको ठीक करने का काम किया जा रहा है। विद्युत वितरण खंड कर्णप्रयाग के अंतर्गत सिमली में 11 केवी विद्युत लाइन ब्रेक डाउन होने के कारण 40 गांव में विद्युत आपूर्ति बाधित हुई हैं। वही नारायणबगड़ क्षेत्र में डुंगी फीडर आने वाली विद्युत लाइन क्षतिग्रस्त होने के कारण 32 गांवों में विद्युत आपूर्ति बाधित है। जिसको ठीक करने का काम चल रहा है। जिले में पेयजल आपूर्ति सुचारू है।
जनपद में वर्षा के आंकड़ों पर नजर डाले तो तहसील नंदानगर, चमोली और पोखरी में सबसे अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई। तहसील चमोली में 49.8 मिमी, जोशीमठ में 15 मिमी, कर्णप्रयाग में 43 मिमी, पोखरी में 40 मिमी, गैरसैंण में 16 मिमी, थराली में 15 मिमी और नंदानगर में 60 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई। जनपद की सभी नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही है।
मौसम विभाग द्वारा अगले एक सप्ताह तक जनपद में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इसको देखते हुए जिला प्रशासन ने पूरे जनपद वासियों को बारिश के दौरान नदी नालों से दूर सुरक्षित स्थानों पर रहते हुए जरूरी एहतियात बरतने की सलाह दी है।