जयपुर : राजस्थान में शनिवार सुबह यात्री बस के नदी में गिरने से 33 लोगों की मौत हो गई जबकि, डेढ़ दर्जन लोग घायल हो गए। यात्री सवाई माधोपुर से पास के ही गांव रामदेव मंदिर दर्शन के लिए जा रहे थे। बनास नदी पर बने पुल पर ट्राला को ओवरटेक करने के दौरान बस अनियंत्रित होकर रेलिंग तोड़ते हुए बनास नदी में जा गिरी। निजी कंपनी की यात्री बस को नाबालिग कंडक्टर चला रहा था, जबकि चालक पास की सीट पर सो रहा था। बस में 50 लोग थे। 1राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को दो लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये मदद की घोषणा की है। पुलिस ने बस कंपनी के मालिक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। प्रशासन ने आपदा प्रबंधन की टीम की मदद से मृतकों को नदी से निकालना शुरू किया। गोताखोरों ने एक-एक कर 33 लोगों के शव नदी से बाहर निकाले। डेढ़ दर्जन घायलों को नदी से बाहर निकालकर उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया गया। मृतकों में 22 पुरुष, 7 महिलाएं व 4 बच्चे हैं। सवाई माधोपुर के जिला कलेक्टर केसी वर्मा ने बताया कि मृतकों में दो उप्र के मुरादाबाद के थे। इनमें एक का नाम आबिद और दूसरे का नाम असरार था। वहीं बिहार के सिवान के रहने वाले जोगेंद्र राम, ललिता देवी और सुनील राम की भी हादसे में मौत हो गई। बस में सवार यात्री घटना स्थल से कुछ दूर स्थित मलारणा चौड गांव में बने एक आश्रम और रामदेव मंदिर जा रहे थे। आश्रम में एक बाबा हर शनिवार को कई जटिल बीमारियों के इलाज का दावा करता है। आश्रम को पिछले माह ही प्रशासन ने बंद कराया था, लेकिन कुछ दिन पहले यहां फिर से गतिविधियां शुरू हो गईं।