नयी दिल्ली। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैजल ने कहा, ‘जूती में कुछ था। इसकी जांच हो रही है। हमने बदले में उन्हें एक जोड़ी नई जूतियां दीं। मुलाकात के बाद उनकी जूलरी और दूसरी चीजों को लौटा दिया गया।’ इस तरह पाकिस्तान ने यह आशंका जताई है कि जाधव की पत्नी की जूतियों में जासूसी उपकरण जैसा कुछ था। दरअसल, जब जाधव की पत्नी उनसे मुलाकात के लिए पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय में पहुंचीं तो वह ब्राउन कलर की जूती पहनी हुई थीं लेकिन मुलाकात के बाद बाहर आने पर वह सफेद रंग के स्लिपर्स में दिखीं।
जिस अंदाज में मुलाकात कराई गई, उसकी भारत ने आलोचना की है। भारत की आलोचनाओं पर पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि वह बेकार की जुबानी जंग में नहीं पड़ना चाहता है। भारत के आरोपों को खारिज करते हुए पाकिस्तान ने कहा कि अगर मुलाकात के दौरान कुछ भी गलत हुआ तो भारतीय राजनयिक को उसी समय आपत्ति दर्ज करानी चाहिए थी।
मुलाकात के वक्त जाधव और उनकी मां एवं पत्नी के बीच पाकिस्तान ने कांच की दीवार खड़ी कर रखी थी। इन्हें मराठी में बात करने की इजाजत भी नहीं दी गई। मुलाकात से पहले दोनों की चूड़ियां, बिंदी और मंगलसूत्र तक निकलवा दिए गए। दोनों के कपड़े बदलवाए गए। इसके अलावा जब दोनों जाधव से मुलाकात कर बाहर आ रही थीं, उस वक्त पाकिस्तानी मीडिया ने उनसे बदसलूकी की।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फेंस के दौरान पाकिस्तान के तौर-तरीकों की आलोचना की। उन्होंने कहा कि जाधव की मां को उनकी मातृभाषा में बात तक नहीं करने दी गई। सुरक्षा के नाम पर जाधव के परिवार की सांस्कृतिक और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाया गया। पड़ोसी देश ने सामान्य शिष्टाचार तक का पालन नहीं किया। इसके अलावा, वहां की मीडिया ने भी बदसलूकी की। ऐसा लगा कि कुलभूषण जाधव तनाव में थे। उनकी आधी से अधिक बातें सिखाई हुई लग रही थीं।
पाकिस्तान ने कथित जासूसी के आरोप में भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव को 22 महीने से जेल में रखा है। पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत ने उन्हें फांसी की सजा सुनाई है, लेकिन यह मामला अंतरराष्ट्रीय अदालत में लंबित है। सोमवार को इस्लामाबाद में जाधव को उनकी पत्नी और मां से मिलवाया गया। पाकिस्तान ने मानवीयता का तर्क देकर मुलाकात जरूर कराई, लेकिन इसमें अमानवीयता की सारी हदें पार कर दीं। उसने जाधव और परिवार के बीच कांच की दीवार लगा दी थी। जाधव परिवार से इंटरकॉम पर ही बात कर सके। सीसीटीवी के अलावा कई कैमरे भी वहां लगाए गए थे।