देहरादून। मास्टर प्लान के तहत औली को टूरिज्म डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किया जायेगा तथा भविष्य में शीतकालीन खेलों के आयोजन के लिए औली में सभी आवश्यक व्यवस्थाओं को जोड़ने का पूरा प्रयास किया जायेगा। यह बात प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने औली में 15 से 21 जनवरी तक आयोजित होने वाले फेडरेशन ऑफ इन्टरनेशनल स्कीइंग रेस की तैयारियों का जायजा लेते हुए कही। उन्होंने कहा कि पूरे भारत में उत्तराखण्ड को फिस रेस जैसी अन्तराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता आयोजित करने का मौका मिला है, जो हमारे राज्य के लिए बडे सौभाग्य की बात है। प्रकृति ने चाहा तो इस प्रतियोगिता को सफलतापूर्वक आयोजन किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि औली विश्व के सबसे सुन्दरतम् स्थानों में से एक है। जहॉ पर्यटन की अपार सभावनाऐं है। यहॉ की सुन्दर वादियों का लुफ्त उठाने हर साल यहा लाखों पर्यटक पहुॅचते हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य को फोकस करते हुए दूरगामी सोच के साथ औली को टूरिज्म डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है तथा शीतकालीन खेलकूद प्रतियोगिताओं के आयोजन के लिए सभी संसाधन जोडे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर भी स्कीयर्स को तैयार करने के लिए अच्छे प्रशिक्षक रखने की व्यवस्था की जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि औली में आयोजित होने वाली फिस रेस में शामिल होने वाले सभी खिलाडियों, पर्यटकों व महमानों के लिए सरकार की ओर से पूरी सुविधाऐं दी जायेगी। कहा कि इस वर्ष अभी भारी बर्फवारी नही हुई है किन्तु आने वाले समय में निश्चित रूप से और बर्फ पडेगी और औली में शीतकालीन खेल का आयोजन संपन्न होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि फिस रेस की तैयारियां लगभग पूरी की जा चुकी है।
फिस रेस की व्यवस्थाओं से जुड़े अधिकारियों की बैठक लेते हुए मुख्यमंत्री ने निर्धारित समय-सीमा के अन्तर्गत सभी आवश्यक व्यवस्थाऐं सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि आगामी 16 जनवरी को केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी औली पहुॅच रहे है, उनके साथ विचार-विमर्श कर औली में भविष्य में शीतकालीन खेलों, साहसिक पर्यटन व अन्य गतिविधियों की सम्भावनाओं को तलाशा जायेगा। बैठक में मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री को फिस रेस आयोजन को लेकर की गयी व्यवस्थाओं की प्रगति से अवगत कराया तथा फिस रेस के अवशेष कार्यो को शीघ्र पूरा करने का भरोसा दिलाया।
बैठक से पूर्व मुख्यमंत्री रावत ने औली के ढलानों पर एक किलोमीटर पैदल चलकर स्कीइंग स्लोपों का निरीक्षण भी किया तथा स्लोप पर कृत्रिम बर्फ बनाने वाली स्नोगन मशीन, आर्टीफिशियल लेक, स्नो वीटर, एवरेस्ट ग्रूमर आदि उपकरणों की स्थिति के बारे में जानकारी ली। स्लोप पर निरीक्षण के दौरान औली में वाहरी राज्यों से आये पर्यटकों ने भी मुख्यमंत्री से मुलाकात की।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि औली एवं गौरसों को वर्ल्ड क्लास विंटर डेस्टिनेशन बनाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में निश्चित रूप से बर्फवारी होगी तथा औली में फिस रेस सफलता पूर्वक संपन्न होगी। कहा कि फिस रेस के आयोजन में स्थानीय लोगों की सहभागिता भी बहुत जरूरी है।
इस अवसर पर विधायक महेन्द्र भट्ट, मगनलाल शाह, सचिव पर्यटन व आयुक्त गढवाल दिलीप जावलकर, जिला पंचायत अध्यक्षा मुन्नी देवी शाह, जिलाधिकारी आशीष जोशी सहित जिला प्रशासन एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।