आखिर सुलझ ही गई धीरज बैस हत्याकांड की गुत्थी

इंदौर। उज्जैन के भैरवगढ़ निवासी धीरज बैस हत्याकांड की गुत्थी सातवें दिन सुलझ ही गई। हत्या की वजह महिला ही निकली है। धीरज ने उससे दोस्ती के बाद ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया था और बदनाम करने की धमकी दे रहा था। इसी कारण महिला ने एक जनवरी को उसे घर बुलाया और सोडा मेकर सिलेंडर से सिर पर कई वार किए, जिससे मौके पर ही धीरज ने दम तोड़ दिया। हत्या करने के बाद महिला ने अपने नाबालिग बेटे की मदद से ही लाश को बोरे में भरा और स्कूटी से देवासरोड मतानाकला पहुंचकर बोरे को आग लगा दी।

पुलिस ने बताया कि धीरज की हत्या करने के बाद उसकी लाश को बोरे में भरकर पेट्रोल से जलाने वाली सिंधी काॅलोनी निवासी पुष्पा पति स्व. विमल वाधवानी है। नरवर पुलिस ने हत्याकांड के बाद कई दिन तक सिंधी काॅलोनी, हाथीपुरा और नानाखेड़ा क्षेत्र में पता लगाया, जिसके बाद पुष्पा का सुराग मिला। मोबाइल काॅल डिटेल में भी उक्त महिला से ही धीरज की अधिक बार बात सामने आई थी, लेकिन महिला का मोबाइल घटना के बाद से ही बंद होने के कारण पुलिस को उस तक पहुंचने में समय लगा। हत्या के बाद लाश को ठिकाने लगाने में मदद करने पर उसके नाबालिग पुत्र को भी गिरफ्तार किया, जो निजी काॅलेज में बीए का छात्र है। वारदात में प्रयुक्त स्कूटी भी जब्त की गई।

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