देहरादून : हैजर्ड वेस्ट घोटाले के आरोप में सीबीआइ ने हरिद्वार स्थित भारत हेवी इलेक्ट्रिकल लिमिटेड (बीएचईएल) के दो अफसरों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की है। इससे इन अफसरों पर कार्रवाई तय मानी जा रही है। दोनों पर लाखों के हैजर्ड वेस्ट घपले का आरोप है।
सीबीआइ सूत्रों के अनुसार हरिद्वार स्थिति बीएचईएल में 2014-15 में भेल हीप से निकलने वाले हैजर्ड वेस्ट की नीलामी हुई। आरोप था कि उस दौरान कीमती कैमिकल को बेकार बताते हुए तत्कालीन डीजीएम समेत चार लोगों ने करीब 48 लाख में बेच दिया। लाखों रुपये के घोटाले की सूचना मिलने पर सीबीआइ ने जनवरी 2017 में जांच शुरू की।
जांच में मामला सही पाया गया। इस पर सीबीआइ ने सात अप्रैल 2017 को डीजीएम अभय सिंह, ठेकेदार वीरेंद्र शर्मा दोनों निवासी हरिद्वार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। दोनों के खिलाफ सीबीआइ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल हो गई हैं। मगर, इसमें दो और आरोपियों की मिलीभगत सामने आई थी। दर्ज मुकदमे में सीधे तौर पर संलिप्तता सामने न आने पर सीबीआइ ने इन दोनों के खिलाफ विभागीय जांच की संस्तुति दे दी है।
सीबीआइ ने विभागीय स्तर पर होने वाली जांच के बाद रिपोर्ट से अवगत कराने की बात कही गई। इससे साफ है कि हैजर्ड वेस्ट मामले में फंसे इन दो और अफसरों के खिलाफ कार्रवाई तय मानी जा रही है।