नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम से गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने करीब 11 घंटे पूछताछ की। आइएनएक्स मीडिया मनी लांड्रिंग मामले में जांच एजेंसी ने पूर्व वित्त मंत्री के पुत्र को तलब किया था। इस मामले में ईडी ने कार्ति सहित अन्य आरोपियों के खिलाफ पिछले वर्ष मई में मुकदमा दर्ज किया।
इससे पूर्व ईडी ने 11 व 16 जनवरी को कार्ति को तलब किया था, लेकिन उन्होंने अपने वकीलों को भेजा दिया था। इसके बाद कार्ति को खुद हाजिर होने के लिए कहा गया। आइएनएक्स मीडिया से अवैध धन लेने के मामले में ईडी अधिकारी सीधे कार्ति से पूछताछ करना चाहते थे। पिछले शनिवार को निदेशालय के अधिकारियों ने एयरसेल-मैक्सिस मनी लांड्रिंग मामले में कार्ति के दिल्ली व चेन्नई स्थित ठिकानों पर छापेमारी की।
पिछले साल मई में ईडी ने कार्ति, आइएनएक्स मीडिया, उसके निदेशकों पीटर मुखर्जी एवं इंद्राणी मुखर्जी के खिलाफ एंफोर्समेंट केस इंफार्मेशन रिपोर्ट (ईसीआइआर) दर्ज किया था। ईसीआइआर पुलिस की एफआइआर जैसी होती है। ईडी ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत यह ईसीआइआर दर्ज की थी। ईडी ने ही आइएनएक्स मीडिया द्वारा कार्ति से संबंधित कंपनी एडवांटेज स्ट्रेटेजिक कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड को अवैध धन देने के बारे में सीबीआइ को जानकारी दी थी।