रुड़की : रुड़की स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) संस्थान के परिसर को पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए साइकिलिंग को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके तहत परिसर में जगह-जगह साइकिल स्टैंड बनाने की योजना है ताकि छात्र, फैकल्टी, परिसर में रहने वाले अधिकारी-कर्मचारी और उनके परिजन भी इस सुविधा का लाभ ले सकें।
लगभग 365 एकड़ में विस्तारित आइआइटी रुड़की में लगभग 7500 स्टूडेंट और 400 से अधिक फैकल्टी हैं। इसके अलावा अन्य स्टाफ और उनके परिवार भी परिसर में रहते हैं। छात्रों को परिसर में दुपहिया या चौपहिया वाहन लाने की अनुमति नहीं है। इसलिए छात्र-छात्राएं तो परिसर में साइकिल या फिर पैदल ही एक स्थान से दूसरे स्थान तक आते-जाते हैं, लेकिन फैकल्टी, अधिकारी-कर्मचारी और उनके परिजन वाहनों का प्रयोग करते हैं। इनमें से कई लोग साइकिलिंग करने के इच्छुक होते हैं, लेकिन उनके पास में साइकिल नहीं है।
संस्थान के डीन ऑफ स्टूडेंट्स वेलफेयर प्रो. आनंद जोशी ने बताया कि संस्थान को प्रदूषण मुक्त करने के लिए परिसर में जगह-जगह साइकिल स्टैंड बनाने पर विचार चल रहा है। संस्थान को साइकिल उपलब्ध करवाने के लिए कुछ कंपनियों से वार्ता चल रही है। प्रो. जोशी के अनुसार परिसर में विभिन्न स्थानों पर साइकिल स्टैंड बनाए जाएंगे। प्रत्येक स्टैंड पर कुछ साइकिलें रखी जाएंगी।
जहां से छात्र-छात्राएं साइकिल लेकर उस स्थान तक पहुंच सकेंगे, जहां उन्हें जाना है। छात्रों के अलावा साइकिल चलाने के इच्छुक फैकल्टी, स्टाफ या फिर उनके परिवार के सदस्य भी इस सुविधा का लाभ ले सकेंगे। इसके लिए न्यूनतम शुल्क निर्धारित किया जाएगा। प्रो. जोशी के अनुसार आइआइटी कानपुर सहित कुछ अन्य आइआइटी में भी यह सुविधा उपलब्ध है।