चकराता (देहरादून), [जेएनएन]: कालसी ब्लॉक अंतर्गत सराडी फीडर से जुडा कोटा गांव पिछले नौ दिनों से अंधकार में डूबा हुआ है। ट्रांसफार्मर के फुंकने पर गांव के 24 परिवार अंधेरे का सामना मोमबत्ती की रोशनी से कर रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा कि बिजली गुल होने से माघ पर्व भी फीका पड़ गया है। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार गुहार लगाने के बाद भी ऊर्जा निगम के अधिकारी सुध नहीं ले रहे। जिससे ग्रामीणों में रोष बढ़ता जा रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि लाइन पर लगा ट्रांसफार्मर कम क्षमता होने से फुंक गया है। पिछले रविवार को कोटा डिमऊ गांव में शुणियात पर्व का जश्न चल रहा था कि अचानक ट्रांसफार्मर में आग लग गई। गांव की बिजली गुल हो गई। नौ दिन से गांव के 24 परिवार अंधेरे में डूबे हुए हैं। माघ पर्व प्रभावित होने के साथ ही गांव के 24 परिवारों की करीब चार सौ की आबादी को परेशानियां झेलनी पड़ रही है।
लोगों को कहीं ओर जाकर मोबाइल चार्ज कराने पड़ रहे हैं। कई बार ऊर्जा निगम के अधिकारियों से गुहार लगाने के बाद भी व्यवस्था सुचारू नहीं होने से ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने एसडीएम से जल्द व्यवस्था सुचारू कराने की मांग की है। ऐसा नहीं होने की दशा में आंदोलन की चेतावनी दी है।
एसडीएम को प्रेषित पत्र में मुन्ना सिंह, धन सिंह, प्रताप चौहान, मुकेश, गजेंद्र सिंह, रणवीर चौहान, जगत सिंह, वीरेंद्र सिंह आदि के हस्ताक्षर हैं। उधर, एसडीएम चकराता बृजेश तिवारी ने कहा कि अधिशासी अभियंता को जल्द कोटा गांव की बिजली व्यवस्था सुचारू के निर्देश दिए गए हैं।