हल्द्वानी, नैनीताल: बुनियादी शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए पांचवीं व आठवीं में बोर्ड परीक्षा शुरू करने की कयासबाजी पर विराम लग गया है। फिलहाल चालू शिक्षा सत्र में 5वीं और 8वीं की बोर्ड परीक्षा नहीं होगी। प्राथमिक शिक्षा निदेशक आरके कुंवर ने कक्षा एक से आठ तक की कक्षाओं में बाल मैत्रीपूर्ण मूल्यांकन के निर्देश जारी कर दिए हैं।
वर्ष 2010 में शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद प्राथमिक और उच्च प्राथमिक में बोर्ड परीक्षा की व्यवस्था खत्म कर दी गई थी। मीडिया में आए बयानों में विद्यालयी शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने 5वीं और 8वीं में दोबारा से बोर्ड परीक्षा कराने की बात कही थी।
मगर, प्रारंभिक शिक्षा निदेशक के आदेश से स्पष्ट हो गया है कि फिलहाल अब तक चली आ रही मूल्यांकन प्रणाली ही लागू रहेगी। बाल मैत्रीपूर्ण मूल्यांकन की तिथि 13 से 21 फरवरी निर्धारित की गई है। 31 मार्च को मूल्यांकन घोषित कर दो अप्रैल को नए सत्र में प्रवेश कराने को कहा है।