देहरादून: आयकर स्टेटमेंट और बजट के अभाव में जिले के करीब 25 हजार कार्मिकों को फरवरी माह का वेतन नहीं मिल पाया है। इससे कार्मिकों का मार्च बजट गड़बड़ा गया है। खासकर 18 हजार पेंशनर्स को अभी हफ्तेभर बाद पैसा मिल पाएगा। ऐसे में पेंशनर्स भी परेशान नजर आ रहे हैं।
फरवरी माह के वेतन से अधिकांश नौकरी पेशा मार्च में बच्चों की फीस, बिजली, पानी का बिल, बैंक और दूसरी उधारी समेत अन्य वित्तीय वर्ष की देनदारी को पूरा करते हैं। मगर इस बार फरवरी माह में आयकर स्टेटमेंट और बजट न मिलने से अकेले दून के 18 हजार पेंशनर्स और 55 विभागों के करीब सात हजार कार्मिकों का वेतन लटक गया है।
होली का त्योहार उधारी में चलाने के बाद इन कार्मिकों के आगे का खर्चा मैनेज करना चुनौती साबित हो रहा है। हालांकि, इस मामले में विभागाध्यक्ष अपने उच्चाधिकारियों से वेतन को लेकर पत्राचार करने की बात कह रहे हैं।
इस संबंध में ट्रेजरी को भी मौखिक रूप में बताया गया है कि जल्द बजट जारी हो जाएगा। इसके अलावा हर साल के अंत में आयकर स्टेटमेंट में देरी से भी कुछ विभागों का वेतन समय पर जारी नहीं हो पाया है। खासकर पेंशनर्स के टीडीएस कटने को लेकर देरी हो रही है। गलत टीडीएस न कटे और प्रत्येक पेंशनर्स की पड़ताल करने के बाद ही ट्रेजरी अफसर वेतन जारी करने का दावा कर रहे हैं।
इन विभागों को नहीं मिला वेतन
ट्रेजरी के अनुसार डीएम, एसएसपी दफ्तर, डीएसओ, बीडीओ, एडीओ पंचायत, पीएमजीएसवाई, युवा कल्याण विभाग, जिला पंचायत, डीआइजी गढ़वाल रेंज पुलिस, एसटीएफ, सीसीटीआइ, आइजी रजिस्ट्रार, मेडिकल कॉलेज, सीएचसी प्रेमनगर, आयुर्वेदिक युनिवर्सिटी, होम्योपैथिक, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, एआरटीओ, पॉलीटेक्निक, मुख्य राजस्व आयुक्त, सीपीडब्ल्यूडी, नेशनल हाईवे, एनसीसी, जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय, डिप्टी डॉयरेक्टर हायर एजुकेशन आदि विभागों को वेतन जारी नहीं हुआ है।
चल रहा दिन-रात काम
मुख्य कोषाधिकारी नरेंद्र सिंह के मुताबिक बजट और समय पर इनकम टैक्स स्टेटमेंट न मिलने से वेतन जारी नहीं हो पाया है। अभी तक 146 डीडीओ का वेतन जारी किया जा चुका है। दस मार्च तक पेंशनर्स का वेतन जारी हो जाएगा। इसके लिए दिन-रात काम चल रहा है।