हरिद्वार: योग गुरु बाबा रामदेव ने बुधवार को पतंजलि में यज्ञ और हवन के साथ सन्यास दीक्षा शिविर का आरंभ कर दिया। इस शिविर में 88 सेवाव्रती ब्रह्मचारियों को सन्यास दीक्षा दिलाई जाएगी।
25 मार्च के दिन ही बाबा रामदेव ने सन्यास ग्रहण किया था। इसलिए इन सभी सेवाव्रतियों को सन्यास देने के लिए यह दिन चुना गया है। ये सभी 88 सेवाव्रती जीवन सेवाव्रती हैं। इन सभी ने अपना समस्त जीवन योग गुरु बाबा रामदेव को समर्पित कर दिया है। 25 मार्च को उनसे संयास ले कर राष्ट्र सेवा में जुट जाएंगे।
आज सुबह योग गुरु बाबा रामदेव ने वेद मंत्रों के उच्चारण के साथ यज्ञशाला में इन्हें सन्यास दीक्षा के लिए शिविर में समाहित किया। सन्यास दीक्षा के लिए पतंजलि योगपीठ फेस टू के पीछे विशेष आयोजन स्थल का निर्माण किया गया है। यहां पर घास फूस से 88 झोपड़ियों का निर्माण किया गया। इनमें व्रतियों के रहने की व्यवस्था की गई। साथ ही एक यज्ञशाला भी बनाई गई है। इसी यज्ञशाला में बुधवार सुबह बाबा रामदेव ने यज्ञ कर शिविर का शुभारंभ किया।
इस मौके पर उनके साथ पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण भी मौजूद थे। इन सेवाव्रती में पुरुष और महिलाएं दोनों शामिल हैं। इन सभी ने राष्ट्र सेवा को अपना जीवन अर्पण किया है।
इस मौके पर योग गुरु बाबा रामदेव ने बताया कि उनका लक्ष्य अगले एक वर्ष में ऐसे 10,000 जीवन सेवाव्रति सन्यासियों को तैयार करने का है। जो निस्वार्थ भाव से राष्ट्र और समाज सेवा एक कार्य को करेंगे और देश को विश्व गुरु बनाने में जीवन पर्यंत जुटे रहेंगे।