देहरादून: उत्तराखंड के एक और सपूत ने वीरता की मिसाल कायम की है। भारतीय सेना की 4-स्पेशल पैरा फोर्स में तैनात नायब सुबेदार सुरेंद्र सिंह फरस्वाण को अदम्य साहस के लिए शौर्य चक्र से अलंकृत किया गया है।
राष्ट्रपति भवन में आयोजित अलंकरण समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नायब सुबेदार सुरेंद्र को वीरता पदक प्रदान किया। इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत सरकार के तमाम वरिष्ठ मंत्री और सेना के उच्चाधिकारी भी मौजूद रहे। नायब सुबेदार सुरेंद्र मूलरूप से चमोली जनपद के थराली प्रखंड के सोलपट्टी-बूंगा गांव के रहने वाले हैं। वर्तमान में उनका परिवार देहरादून में रहता है।
उनके पिता काम सिंह फरस्वाण भी सेना से सेवानिवृत्त हैं। वर्ष 1993 में राजकीय इंटरमीडिएट कॉलेज, गरुड़ से 12वीं पास करने के बाद सुरेंद्र सेना में भर्ती हो गए थे। 22 साल से अधिक की सैन्य सेवा के दौरान वह अलग-अलग जगह तैनात रहे। अगस्त 2016 में जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा सेक्टर में तैनात रहते एक अभियान में दो आतंकवादियों को मार गिराया था।