देहरादून: अग्निशमन विभाग अब ऊंची इमारतों में लगने वाली आग को भी बुझाने में सक्षम हो गया है। हाल ही में खरीदे गए हाइड्रोलिक एरियल प्लेटफार्म को अग्निशमन विभाग के बेड़े में शामिल कर लिया गया। शनिवार को एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने इसकी खूबियां बताईं और कहा कि फायर सीजन के दौरान लोगों को आग लगने की दुर्घटनाओं से बचने के उपाय बताए जाएं, ताकि हादसे हों ही न।
मुंबई बंदरगाह पर 1944 में मारे गए 66 अग्निशमन कर्मियों को श्रद्धांजलि देने के साथ ही शनिवार से अग्निशमन सेवा सप्ताह का भी आगाज हो गया। इस मौके पर एसएसपी ने कहा कि एक सप्ताह तक चलने वाले इस कार्यक्रम के दौरान आम लोगों में अग्नि दुर्घटनाओं के प्रति जागरूकता लाने पर विशेष कार्य किए जाएं। जहां पर अग्नि सुरक्षा के उपाय नहीं किए गए हैं, उन्हें चिह्नित कर आवश्यक कार्रवाई की जाए।
इस मौके पर गत वर्ष हुए अग्निकांडों का ब्योरा प्रस्तुत करते हुए मुख्य अग्निशमन अधिकारी संदीप राणा ने बताया कि 2017 में देहरादून में कुल 674 अग्निकांड हुए, जिसमें 2.42 करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ। वहीं 73 फायर कर्मचारियों को एडवांस सर्च एंड रेस्क्यू प्रशिक्षण प्रदान कराया गया है। तीन फायर कर्मियों का प्रथम माउंट एवरेस्ट एक्सपिडिशन के लिए चयन हुआ है। इस दौरान हाइड्रोलिक एरियल प्लेटफार्म व अन्य अग्निशमन उपकरणों का प्रदर्शन भी किया गया।
इस मौके पर उपनिदेशक (तकनीकी) सुरेंद्र कुमार शर्मा, एसपी सिटी पीके राय, एसपी देहात सरिता डोबाल, सीओ सिटी चंद्रमोहन सिंह, प्रभारी अग्निशमन अधिकारी राय सिंह राणा व अन्य मौजूद रहे।