अल अवजा। करीब दो दशक तक इराक पर राज करने वाले पूर्व तानाशाह सद्दाम हुसैन को 30 दिसंबर 2006 के दिन फांसी पर लटका दिया गया था। मौत के बाद सद्दाम के शव को उनके गांव अल अवजा में दफनाया गया था। लेकिन, अब यहां पर सद्दाम के कोई अवशेष नहीं बचे हैं। सद्दाम की कंक्रीट की कब्र भी टूट फूट गई है।
उस समय अमेरिका के राष्ट्रपति रहे जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने खुद पूर्व तानाशाह के शव को अमेरिकन मिलिट्री हेलिकॉप्टर से बगदाद से तिकरित रवाना किया गया था। लेकिन, आज सद्दाम के शव को लेकर रहस्य गहरा गया है। क्या वाकई में उनका शव अल अवजा में है या उसे खोदकर निकाला गया है। अगर ऐसा तो आखिर उनके शव को कहां ले जाया गया है। सद्दाम के वंश से जुड़े शेख मनफ अली अल निदा ने कहा इस बात पर सहमति थी कि सद्दाम को बिना देरी के दफनाया जाए। उन्होंने दावा किया कि सद्दाम के शव को कब्र से बाहर निकालकर जला दिया गया है।
जिस जगह पर सद्दाम को दफनाया गया वो जगह तीर्थस्थल बन गया है। 28 अप्रैल को सद्दाम के जन्मदिवस के दिन यहां स्कूली बच्चे और उनके समर्थक आते हैं। हालांकि, अब यहां आने के लिए विशेष अनुमति की आवश्यकता होती है।
वहीं कब्र की सुरक्षा में लगे शिया पैरामिलिट्री फोर्स का दावा है कि आतंकी संगठन ISIS ने अपने फाइटर तैनात किए थे। हवाई हमले में सद्दाम की कब्र बर्बाद हो गई।
सद्दाम के लिए काम कर चुके एक लड़ाके ने दावा किया कि तानाशाह की निर्वासित बेटी हाला अपने प्राइवेट जेट इराक आई थी और चुपचाप अपने पिता के शव को लेकर जॉर्डन चली गई।