नई दिल्ली । ‘भगवा आतंकवाद’ को लेकर एक बार फिर राजनीति गर्मा गई है। भाजपा ने भगवा आतकंवाद को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को हिंदू विरोधी बताया है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि राहुल गांधी के मन में हिंदुअों के प्रति घृणा है। भाजपा ने मांग की है कि भगवा आतंकवाद को लेकर राहुल गांधी माफी मांगें। वहीं, उन्होंने कांग्रेस नेता पी.चिदंबरम और सुशील कुमार शिंदे को भी आड़े हाथ लिया। संबित पात्रा ने कहा, ‘कांग्रेस नेताओं ने भगवा आतंकवाद शब्द का इस्तेमाल किया है।
संबित पात्रा ने आगे कहा कि 2010 में पहली बार चिदंबरम ने हिंदू आतंकवाद शब्द का इस्तेमाल किया। केवल वोट की राजनीति के लिए कांग्रेस ने भगवा आतंकवाद शब्द का प्रयोग किया। राहुल के कैंडल मार्च पर निशाना साधते हुए उन्होंने सवाल किया कि क्या आज रात 12 बजे राहुल गांधी मोमबत्ती लेकर इंडिया गेट पर आएंगे। उन्होंने राहुल को घेरते हुए कहा कि कांग्रेस नेताओं ने राहुल गांधी से ही हिंदू आतंकवादी जैसे शब्द सीखे हैं।
2009 के एक टेलीग्राम का जिक्र करते हुए संबित ने कहा कि राहुल गांधी ने अमेरिकी अंबेसडर से कहा था कि भारत को लश्कर-ए-तैयबा से ज्यादा खतरा हिंदू आतंकवाद से है।
संबित पात्रा ने कहा, ‘भाजपा राहुल गांधी जी, सुशील कुमार शिंदे जी और पी. चिदंबरम जी से ‘भगवा आतंक’ शब्द का इस्तेमाल करने के लिए माफी की मांग करती है। हम हिंदुओं को हल्के में नहीं ले सकते हैं। हम सभी के विकास में विश्वास करते हैं। हम तुष्टीकरण नहीं करते।’
माफी मांगें राहुल और चिदंबरम
संबित पात्रा ने कहा कि हमने पुख्ता सबूत दे दिए हैं। राहुल गांधी और चिदंबरम को सामने आना ही होगा, वह बच नहीं सकते। उन्हें माफी मांगनी चाहिए। पात्रा ने कहा कि हम धर्मनिरपेक्षता का सम्मान करते हैं, लेकिन आपको दुनिया भर में हिंदुओं को बदनाम करने के लिए माफी मांगनी चाहिए।
वहीं, कांग्रेस को घेरते हुए भाजपा नेता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेताओं द्वारा हिंदुओं को बदनाम करने की साजिश रची गई। हिंदू आतंकवाद केवल एक राजनीतिक परियोजना थी, जिसे वोट बैंक की राजनीति के लिए राहुल गांधी द्वारा गढ़ा गया था।
गौरतलब है कि सोमवार को मक्का मस्जिद ब्लास्ट मामले में स्वामी असीमानंद समेत 5 आरोपियों के बरी होने के बाद से भाजपा ने कांग्रेस पर निशाना तेज कर दिया है। भाजपा ‘भगवा आतंकवाद’ को लेकर कांग्रेस को चारों ओर से घेरने की तैयारी में जुटी है।
सबसे पहले चिदंबरम ने भगवा आतंकवाद का जिक्र किया
बता दें कि वर्ष 2010 में तत्कालीन केंद्रीय गृहमंत्री पी. चिदंबरम ने सबसे पहले भगवा आतंकवाद का जिक्र किया था। उन्होंने कहा था, ‘देश के कई बम धमाकों के पीछे भगवा आतंकवाद का हाथ है। भगवा आतंकवाद देश के लिए नई चुनौती बनकर उभर रहा है।’ चिदंबरम के इस बयान पर भाजपा और शिवसेना ने आपत्ति जताई थी और खूब हंगामा किया था। वहीं, 2013 में तत्कालीन केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने भी जयपुर में कांग्रेस के चिंतन शिविर में ‘हिंदू आतंकवाद’ शब्द का इस्तेमाल किया था। हालांकि बाद में उन्होंने सफाई देते हुए कहा था कि आतंकवाद का कोई धर्म या रंग नहीं होता है।