देहरादून: किसानों की आय दोगुना करने की कोशिशों में जुटी राज्य सरकार किसानों को बड़ी राहत देने जा रही है। हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर उत्तराखंड के दूरस्थ क्षेत्रों के कृषक भी अब परिवहन निगम की बसों के जरिये सस्ती दरों पर फूल, फल-सब्जी जैसे उत्पाद दिल्ली समेत अन्य राज्यों की मंडियों तक आसानी से पहुंचा सकेंगे। इसके लिए किराया टिकट का एक चौथाई करने पर शासन स्तर पर गंभीरता से मंथन चल रहा है। वर्तमान में परिवहन निगम की बसों में व्यवस्था है कि यात्री पर्वतीय क्षेत्र में अपने साथ 25 किलो और मैदानी क्षेत्र में 20 किलो तक सामान ले जा सकता है। इससे अधिक सामान होने की दशा में उसकी बुकिंग करानी पड़ती है, जिसके लिए दरों का निर्धारण तय है। इसके लिए शर्त ये है कि सामान ले जाने वाली सवारी भी बस में हो। अलबत्ता, फूलों के ढुलान में सवारी की बाध्यता नहीं है। इसके लिए प्रति पेटी का साइज तय है, जिसका गंतव्य स्थल तक एक पेटी पर एक टिकट की 50 फीसद राशि देनी होती है। इसका लाभ राज्य के रामनगर, अल्मोड़ा समेत कुछेक अन्य क्षेत्रों के कृषक लाभ उठा रहे हैं, मगर इनकी संख्या कम है। दूरस्थ क्षेत्रों के कृषकों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा था।