देहरादून: श्री पृथ्वीनाथ महादेव जी सेवादल की ओर से निर्धन परिवार की चार कन्याओं का सामूहिक विवाह कराया गया। सेवादल समेत कई संस्थाओं व समाज सेवकों के सहयोग से कन्याओं को घरेलू जरूरत का सामान आदि भी दिया गया। विदाई की बेला पर हर किसी की आंखें नम हो गईं।
इस बार सेवादल की ओर से 31 मार्च को बालाजी शोभायात्रा निकाली गई थी। सेवादल ने शोभायात्रा के स्वरूप को छोटा किया और इससे बची धनराशि से निर्धन कन्याओं का विवाह कराने का फैसला लिया। पिछले कई सालों से इसी तरह कन्याओं का सामूहिक विवाह कराया जा रहा है। पृथ्वीनाथ मंदिर परिसर में सुबह वर-वधू ने महादेव के दर्शन किए।
इसके बाद भजनों की गूंज के बीच वरमाला की रस्म हुई। दोपहर में विधि-विधान के साथ फेरे कराए गए और इस मौके पर मौजूद लोगों ने नवदंपतियों के जीवन में खुशहाली के लिए प्रार्थना की गई। वर-वधू नाते-रिश्तेदारों के लिए भोजन की व्यवस्था भी की गई थी।
मुख्य अतिथि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट समेत भाजपा महिला मोर्चे की प्रदेश अध्यक्ष नीलम सहगल, भाजपा महानगर अध्यक्ष विनय गोयल, प्रदेश मंत्री सुनील उनियाल गामा, कांग्रेस नेता लालचंद शर्मा, भाजयुमो जिलाध्यक्ष श्याम पंत आदि ने भी मंदिर पहुंचकर वर-वधू को आशीर्वाद दिया।
इस दौरान कार्यक्रम संयोजक कुंवर जपेंद्र सिंह, अशोक अग्रवाल के अलावा दिगंबर भागवत पुरी, दिनेश पुरी, राजेंद्र आनंद, नवीन गुप्ता, विक्की गोयल, राजकुमार, नरेंद्र ठाकुर, अनुराग गुप्ता, अनुराग गोयल, प्रीति गुप्ता, संगीता गुप्ता, मधु जिंदल, रमा गोयल, अरुण खरबंदा, अनीता गोयल, संजय गर्ग सुनील गोयल आदि मौजूद रहे।
गुरुवार को हुआ एक विवाह
सेवादार संजय गर्ग ने बताया कि गुरुवार को कनिका निवासी हाथीबड़कला-विवेक निवासी लुधियाना का विवाह शहर की एक धर्मशाला में हुआ। इसमें भी सेवादल की ओर से काफी सहयोग किया गया।
ये बंधे परिणय सूत्र में
-प्रीति गुप्ता निवासी देवरिया (उत्तर प्रदेश)-मुकेश धीमान निवासी न्यू पटेलनगर देहरादून
-सुषमा निवासी शास्त्री नगर-दुर्गेश निवासी खुडबुड़ा मोहल्ला
-पूजा निवासी कांवली रोड-सचिन निवासी नंदपुरी कॉलोनी सहारनपुर
-गीता निवासी सेलाकुई-आदित्य कुमार निवासी बिहार
इनका रहा सहयोग
अखिल भारतीय हिंदू क्रांति, श्याम सेवा मंडल, शनि सेना, भारतीय वैश्य महासंघ, उत्तरांचल प्रदेश अग्रवाल महासभा, मां वैष्णों सेवा मंडल आदि।
सेवादल करता है छानबीन
कन्याओं के विवाह के लिए सेवादल के समक्ष आवेदन आता है। इसके बाद पूरी छानबीन की जाती है। सेवादल स्थानीय पार्षद, प्रधान व अन्य लोगों से जानकारी लेता है कि उक्त परिवार की आर्थिक स्थिति कैसी है। सेवादार संजय गर्ग ने बताया कि शर्त ये होती है कि कोई भी बरात बैंड-बाजे के साथ नहीं आएगी, दोनों पक्ष से कोई भी व्यक्ति शराब पीकर नहीं आएगा।