देहरादून: उत्तराखंड में मौसम बार-बार करवट बदल रहा है। गत शाम पहाड़ों में बारिश और देहरादून में ओले गिरने से लोगों को गर्मी से राहत मिली। वहीं, मलबा आने से यमुनोत्री राजमार्ग भी बंद रहा।
गत दिवस भी पहाड़ों में बारिश का क्रम जारी रहा। बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में बारिश के साथ ही ऊंची चोटियों पर हिमपात भी हुआ। बारिश के कारण मलबा आने से यमुनोत्री राजमार्ग बाधित हो गया, इसले देर शाम तक खोल दिया गया। हालांकि् गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात सुचारु है।
पहाड़ी क्षेत्रों में शुक्रवार से मौसम का मिजाज बदला हुआ है। गढ़वाल से लेकर कुमाऊं तक के इलाकों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। इससे बढ़ते तापमान पर तो अंकुश लगा है, लेकिन दुश्वारियां बढ़ी हैं। विशेषकर कुमाऊं के पिथौरागढ़ जिले में नेपाल सीमा से सटे क्षेत्रों में नुकसान के समाचार हैं। जिले की धारचूला तहसील में मलबा आने से कैलास-मानसरोवर मार्ग भी पांच घंटे बंद रहा। गत शाम सीमा सड़क संगठन के जवानों ने मलबा हटाकर यातायात सुचारु किया।
बारिश से बरसाती नदियों और नालों में उफान आ गया। कई दुकानों और मकानों में पानी घुसने के भी समाचार हैं। राजस्व टीम मौके लिए रवाना हो गई थी।
बारिश के साथ पड़े ओले, उमस से राहत
शनिवार शाम मौसम ने अचानक करवट बदली और देहरादून में तेज बारिश के साथ ओले पड़े। इससे दिनभर की गर्मी और उमस से लोगों को राहत मिली। मौसम विभाग की मानें तो कहीं धूप तो कहीं बादल छाए रहेंगे। कहीं हल्की तो कहीं गर्ज के साथ तेज बारिश हो सकती है।
मौसम के मिजाज को देखते हुए उन किसानों के माथे पर पसीना है, जिनकी गेहूं की फसल अभी तक खेत में कटी पड़ी है, या कटाई नहीं हुई। बारिश से पहले देहरादून का अधिकतम तापमान 34.6 और न्यूनतम 20.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से क्रमश: एक और दो डिग्री सेल्सियस अधिक था। बारिश-ओलावृष्टि के बाद तापमान में गिरावट आई।