देहरादून: देश का सबसे अधिक फीस लेने वाला मसूरी गर्ल्स इंटरनेशनल स्कूल की छात्राओं के अभिभावकों ने कई चौंकाने वाले आरोप लगाए हैं। आरोप है कि स्कूल में रैगिंग के साथ ही सीनियर छात्राओं की ओर से जूनियर छात्राओं का यौन शौषण किया जाता है। इन शिकायतों पर उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने मामले की जांच शिक्षा महानिदेशक को सौंपी है।
दो सप्ताह पूर्व मसूरी गर्ल्स इंटरनेशनल स्कूल के हॉस्टल से चार छात्राएं भाग गई थीं। इसके बाद ही स्कूल की छात्राओं के अभिभावकों ने स्कूल की व्यवस्थाओं पर सवाल उठाते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं। अब छात्राओं के अभिभावकों ने स्कूल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
अभिभावकों ने स्कूल में रैगिंग, बाथरूम में गेट न होने समेत 11 आरोप लगाए हैं। इसमें एक बड़ा गंभीर आरोप ये भी है कि स्कूल में सीनियर छात्राएं जूनियर छात्राओं का यौन शौषण करती हैं। वहीं, स्कूल प्रबंधन जानकारी होते हुए भी इस पर कुछ नहीं करता है।
अभिभावकों की ओर से इस संबंध में उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग में शिकायत की गई। आयोग के अध्यक्ष योगेंद्र खंडूड़ी ने भी मामले को बेहद गंभीरता से लेते हुए शिक्षा महानिदेशक कैप्टन आलोक शेखर तिवारी को जांच सौंपी दी थी।
शिकायत में अभिभावकों ने कई चौंकाने वाले आरोप लगाए है। कहा है कि स्कूल में सीनियर छात्राएं जूनियर की रैगिंग लेती हैं, उनसे अनावश्यक काम कराती हैं। बाथरूम में गेट नहीं है, पर्दे के सहारे ढका गया है। पूरे दिन में एक-दो घंटे ही गिजर में गर्म पानी आता है।
इसके कारण कई छात्राएं नहा नहीं पाती हैं। आरोप लगाया कि स्कूल में छात्राओं को आपस में शारीरिक संबंध बनाने को प्रेरित किया जा रहा है। अभिभावकों के मुताबिक इसकी शिकायत पूर्व में कई बार प्रबंधन से की जा चुकी है, लेकिन वे शिकायत की अनदेखी कर रहे हैं। इससे स्कूल में ऐसी छात्राओं की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
शनिवार को आयोग के अध्यक्ष योगेंद्र खंडूड़ी ने डीजीपी अनिल रतूडी को भी जांच सौंपी है। उन्होंने कहा कि चार छात्राओं के अभिभावकों की ओर से आयोग में लिखित शिकायत दी गई थी। इसमें कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। क्योंकि स्कूल से देश-प्रदेश की पहचान जुडी है। इसलिए आरोपों की गहनता से जांच के लिए शिक्षा महानिदेशक व डीजीपी को अलग-अलग जांच सौंप दी गई है। साथ ही 15 दिन में जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा है।
सुसाइड नोट का भी जिक्र
शिकायत में अभिभावकों ने सुसाइड नोट का भी जिक्र किया है। इसमें कहा है कि एक छात्रा के पास से सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें उसने स्कूल की अव्यवस्थाओं से तंग आकर सुसाइड नोट लिखा था। हालांकि छात्रा कोई गलत कदम उठाती, उन्हें इसकी जानकारी लग गई। आरोप लगाया कि दो सप्ताह पूर्व चार छात्राएं भी इन्हीं कारणों से भागी थी।
स्कूल देश-विदेश में है प्रसिद्ध
मसूरी इंटरनेशनल स्कूल देश-विदेश में काफी प्रसिद्ध है। यहां एनआरआइ के बच्चे पढते हैं। यहां की वार्षिक फीस 40 लाख रूपये है।