नई दिल्ली। जदएस नेता और कर्नाटक के भावी मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने सोमवार को दिल्ली पहुंचकर संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की है। यह मुलाकात करीब 20 मिनट तक चली। बताते हैं कि इस दौरान कांग्रेस की ओर से सरकार में अपने लिए डिप्टी सीएम के दो पद मांगे गए, लेकिन जदएस की ओर से अभी इसे लेकर कोई सहमति नहीं दी गई है।
– कर्नाटक में सरकार गठन से पूर्व सोनिया-राहुल से मिले कुमारस्वामी
– 23 मई को शाम 4.30 बजे लेंगे मुख्यमंत्री पद की शपथ
कर्नाटक में कांग्रेस और जदएस गठबंधन की सरकार 23 मई को शाम 4.30 बजे विधानसभा सौध में शपथ लेगी। उससे पहले दोनों दलों के बीच डिप्टी सीएम, मंत्री और विभागों के बंटवारे को लेकर चर्चा हुई। सूत्रों के मुताबिक, डिप्टी सीएम के दोनों पदों पर कांग्रेस अपने वरिष्ठ नेता परमेश्वरन और डीके शिवकुमार को बैठाना चाहती है। यह सारी कवायद खेमों में बंटी पार्टी को एकजुट रखने की है। खासकर ऐसे समय जब पार्टी विधायकों के तोड़फोड़ की कोशिश की जा रही है।
हालांकि, बैठक में मौजूद कांग्रेस नेताओं का कहना था कि बैठक में सरकार गठन को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई। कुमारस्वामी शपथ ग्रहण समारोह के लिए सोनिया और राहुल गांधी को आमंत्रित करने आए थे। बता दें कि कुमारस्वामी की सोनिया और राहुल गांधी से यह मुलाकात राहुल गांधी के तुगलक रोड स्थित निवास पर हुई। बाद में कुमारस्वामी ने बताया कि सोनिया और राहुल दोनों ने शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए सहमति दे दी है।
उपमुख्यमंत्री पर फैसला आज
उच्च पदस्थ सूत्रों को मुताबिक, 23 मई को मुख्यमंत्री के साथ चुनिंदा मंत्री ही शपथ लेंगे। इसके अलावा उपमुख्यमंत्री को लेकर फैसला मंगलवार को बेंगलुरु में दोनों पार्टियों की बैठक के बाद किया जाएगा।
समन्वय समिति बनेगी
सूत्रों ने बताया कि गठबंधन सरकार के सुचारू संचालन के लिए दोनों दलों की एक समन्वयन समिति का गठन होगा। इसमें पांच-छह सदस्य होंगे। इसके अलावा गठबंधन की बड़ी पार्टी होने के नाते विधानसभा अध्यक्ष कांग्रेस पार्टी से होगा।
अहम मसलों पर राहुल से लेंगे सलाह
बताते हैं कि मुलाकात के दौरान कुमारस्वामी ने वादा किया है कि वह कर्नाटक में स्थिर सरकार और सुशासन देंगे। साथ ही सभी अहम मसलों पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से सलाह भी लेंगे। राहुल गांधी ने भी उन्हें पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया है।
बसपा सुप्रीमो से भी की मुलाकात
कुमारस्वामी ने सोमवार को अपने दिल्ली प्रवास के दौरान बसपा सुप्रीमो मायावती से भी मुलाकात की। कर्नाटक में जदएस और कांग्रेस गठबंधन में बसपा सुप्रीमो की भी अहम भूमिका बताई जा रही है। वैसे भी कर्नाटक में बसपा का एक विधायक है, जिसने जदएस का समर्थन किया है। कर्नाटक में भाजपा के 104, कांग्रेस के 78 और जदएस के 37 विधायक हैं। इसके अलावा एक बसपा का और दो निर्दलीय विधायक हैं।
कर्नाटक में दिखेगी विपक्ष की एकजुटता
कर्नाटक में 23 मई को कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण को लेकर जिस तरीके से विपक्ष के सभी नेताओं को आमंत्रित किया गया है, उससे वहां विपक्षी दलों की एकजुटता दिखाई देगी। इसे लेकर कांग्रेस और जदएस दोनों ही अपने -अपने तरीके से तैयारी में जुटी हुई हैं।
फिलहाल इस शपथ ग्रहण में अब तक जिन नेताओं को आमंत्रित किया गया है, उनमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, उत्तर प्रदेश से सपा नेता अखिलेश यादव, मायावती और आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शामिल हैं। इसके अलावा माकपा नेता सीताराम येचुरी आदि को भी बुलाया गया है। कांग्रेस इसके जरिये 2019 को लेकर एक बड़ा संदेश देना चाहती है।